रायपुर, छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों तथा जैवविविधता से संपन्न राज्य है। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप छत्तीगसढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड द्वारा ‘जैवविविधता पुरस्कार‘ का संचालन किया जा रहा है। इस तारतम्य में छत्तीसगढ़ राज्य में जैवविविधता के प्रचार-प्रसार तथा इसके संरक्षण में बेहतर कार्य कर रहे व्यक्ति तथा संस्था को प्रोत्साहित करने और जन-जन में जैवविविधता के मूल्य को पहुंचाने के उद्देश्य से ‘छत्तीसगढ़ जैवविविधता पुरस्कार‘ संस्थित किया जा रहा है। इसके तहत प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय जैवविविधता दिवस 22 मई को उक्त पुरस्कार वितरित किया जाएगा। इसमें छत्तीसगढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड द्वारा 4 विभिन्न क्षेत्रों के अंतर्गत कुल 8 पुरस्कार दिए जाएंगे।
इस संबंध में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि यह पुरस्कार वन्यप्राणी तथा जैवविविधता के संरक्षण, उनके आवास स्थलों की पुर्नस्थापना एवं प्रबंधन और विलुप्त होने वाले प्रजातियों को बचाने की ओर एक कारगर कदम साबित होगा। साथ ही जैवविविधता समितियां अपने जैव संसाधनों का पारंपरिक ज्ञान स्थानीय लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए तथा जैव विविधता के संरक्षण और पोषणीय उपयोग के लिए प्रोत्साहित होगी। पुरस्कार के संबंध में जानकारी देते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि इसके तहत प्रत्येक वर्ष दो व्यक्तियों तथा छह संस्थाओं अथवा बी.एम.सी. समितियों को पुरस्कृत किया जाएगा। इनके विजेताओं को प्रमाण पत्र तथा प्रति व्यक्ति 25 हजार रूपए की राशि और संस्थाओं को 50 हजार रूपए की राशि वितरित की जाएगी।
छत्तीसगढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड के सदस्य सचिव श्री एम.टी. नंदी ने बताया कि पुरस्कार के लिए 4 क्षेत्रों के अंतर्गत प्रथम- वन्य प्राणियों का संरक्षण तथा पालतू प्रजातियों का संरक्षण और द्वितीय- जैव संसाधनों का पोषणीय उपयोग को चयनित किया गया है। इसी तरह तृतीय- सभ्यता, संस्कृति एवं धरोहर से जैवविविधता संरक्षण और चतुर्थ- श्रेष्ठ जैवविविधता प्रबंधन समिति को चयनित किया गया है। इनमें वन्य प्राणियों का संरक्षण के अंतर्गत एक पुरस्कार संस्था को दिया जाएगा। पालतू प्रजातियों का संरक्षण के अंतर्गत एक पुरस्कार व्यक्ति तथा एक पुरस्कार संस्था को दिया जाएगा। जैव संसाधनों के पोषणीय उपयोग के अंतर्गत एक व्यक्ति तथा एक संस्था को पुरस्कृत किया जाएगा। सभ्यता, संस्कृति एवं धरोहर से जैवविविधता के मानव जाति सभ्यता एवं संस्कृति के अंतर्गत एक संस्था को पुरस्कृत किया जाएगा। धरोहर संरक्षण के अंतर्गत एक संस्था को पुरस्कृत किया जाएगा। श्रेष्ठ जैवविविधता प्रबंधन समिति के अंतर्गत एक बी.एम.सी. को पुरस्कृत किया जाएगा।