मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आव्हान पर विकास उपाध्याय ने प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाया चरणपादुका पहनाकर टाटीबंध से गंतव्य की ओर रवाना किया
रायपुर,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आव्हान पर पश्चिम विधानसभा के विधायक विकास उपाध्याय ने विधानसभा क्षेत्र के टाटीबंध चौक पर दूसरे राज्यों के मजदूर एवं उनके मासूम बच्चे व महिलाओं को खाना खिलाया चरण पादुका पहनाया और गाड़ियों में बैठा कर सकुशल गंतव्य की ओर रवाना किए। प्रवासी मजदूरों को देने के लिए टाटीबंध चौक पर खाना के साथ चप्पल जूते का भी स्टाल लगाया गया इस दौरान विकास उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार संवेदनशील सरकार है मजदूरों के दुख दर्द को समझने वाली सरकार है। मोदी सरकार के दगाबाजी के कारण लाकडाउन में फंसे बेबस लाचार भूखे प्यासे मजदूर छत्तीसगढ़ होकर झारखंड उड़ीसा बिहार उत्तर प्रदेश तमिलनाडु आंध्र प्रदेश जाने निकले हैं। बाहर से आ रहे मजदूरों के पैर पर चप्पल नहीं है छाले पड़े हुए हैं कुछ मजदूर तो खाली पानी की बोतल को रस्सी में बांधकर चप्पल की तरह पहने हुए हैं किसी की पैर में एक चप्पल दूसरे नंबर का एक चप्पल दूसरे नंबर का है इतनी दुर्दशा बेबसी को देख कर भी केंद्र की मोदी सरकार मौन और चुप है साधन संपन्न देश में राष्ट्र के विकास के ध्वजवाहक श्रमिकों की यह दयनीय स्थिति देख कर भी भाजपा के नेताओं के आंखों में पानी नहीं आना भाजपा नेताओं के संवेदनहीनता को उजागर करता है। छत्तीसगढ़ के सीमाओं में इन मजदूरों के खाने पीने से लेकर घर जाने तक का प्रबंध किया जा रहा है गर्मी के दिनों को देखते हुए चरणपादुका भी पहनाए जा रही है। टाटीबंध चौक में भी अन्य साधनों से आए मजदूरों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर खाना खिलाया जा रहा है चरणपादुका दिया जा रहा है और बसों में बैठाकर उनके गृह राज्य की सीमा तक सकुशल छोड़ा जा रहा है देशभर में छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है जो अपने नागरिकों के साथ दूसरे राज्यों के श्रमिकों को भी मेहमान की तरह स्वागत कर रहे हैं मदद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जनकल्याणकारी कार्यो की चर्चा देश दुनिया में हो रही है।दूसरे राज्यो के मजदूर भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार को दुआएं देते हुए अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं।