रायपुर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल योजनाओं और नलकूपों के रख-रखाव और मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं। मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने गुरुवार को आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान यह बातें कहीं।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की मंशानुरूप बीपीएल परिवारों को शुद्ध पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महत्वपूर्ण पहल करते हुए मिनीमाता अमृतधारा योजना प्रारंभ की गई। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के नलजल योजना वाले ग्रामों में बीपीएल परिवारों को मुफ्त घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय करने का लक्ष्य रखा गया था जिसके तहत 40 हजार से अधिक बीपीएल परिवारों को मुफ्त घरेलू नल कनेक्शन प्रदाय किए गए हैं।
बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि ग्रीष्म काल को देखते हुए राज्य में पेयजल संबंधी समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के लिए सभी जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। सभी विधायकों के विधानसभा क्षेत्र के 15-15 ग्रामों में स्वीकृत नलजल योजनाओं का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। साथ ही विधायकों के गृह-ग्राम जहां नलजल योजना संचालित नहीं है, उन सभी ग्रामों में भी नलजल योजना प्रारंभ करने की प्रक्रिया भी जारी है।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि किडनी रोग से प्रभावित गरियाबंद जिले के ग्राम सुपेबेड़ा और आसपास के सात ग्रामों में 12 करोड़ 78 लाख के लागत की तेल नदी पर आधारित समूह जल प्रदाय योजना जल्द ही शुरू कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि पेयजल योजनाओं और नलकूपों के रख-रखाव के काम में मैदानी अमलों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में राइजर पाइप उपलब्ध हैं और सभी संधारण कार्य तीव्र गति से कराए जा रहे हैं। इस अवसर पर विभागीय सचिव श्री अविनाश चंपावत, प्रमुख अभियंता श्री टी.जी. कोसरिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।