जेलों में रोजेदारों के इफ्तार और सेहरी के लिये करें इंतजाम
अलग से इंतजाम के लिए वक़्फ़ बोर्ड को करें अधिकृत
रायपुर। रमज़ान का पवित्र महीना प्रारंभ हो चुका है और इस मौके पर मुस्लिम समाज के लोग पूरे महीने रोजा रखते हैं। छत्तीसगढ़ की जेलों में भी मुस्लिम समाज के कैदी निरुद्ध हैं, जिनके लिए इफ्तार और सेहरी का इंतजाम करने का निर्देश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र छाबड़ा ने दिया है।
नोवल कोरोना वायरस से संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशो के पालन करने के संबंध में पूरे देश में लॉकडाउन किये जाने का आदेश जारी किया गया है। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र छाबड़ा ने महानिदेशक, जेल को प्रेषित पत्र में इसका उल्लेख करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ की जेलों में मुस्लिम समाज के कैदी भी निरुद्ध हैं, रमज़ान के पवित्र महीने में ऐसे कैदियों के लिए इफ्तार और सेहरी का इंतजाम किया जाए।
अल्पसंख्यक आयोग द्वारा भेजे गए पत्र में अध्यक्ष महेंद्र छाबड़ा ने कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जेलों में खाद्य पदार्थ ले जाने की मनाही का जिक्र करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ जेल प्रशासन द्वारा कैदियों के सहरी एवं इफ्तारी की व्यवस्था की जाए। साथ ही यह भी कहा है कि यदि ऐसी कोई व्यवस्था जेल प्रशासन द्वारा नही की जा रही है तो वह छत्तीसगढ़ राज्य वफ्फ बोर्ड को इसके लिए अधिकृत करे। वफ्फ बोर्ड द्वारा खाद्य सामग्रियां उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे इस समुदाय के बंदियों की रोजा-इफ्तारी हो सके।। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य वक़्फ़ बोर्ड ने इससे पूर्व कोरोना के रोकथाम के लिए राज्य भर में स्थापित कॉरेन्टीन सेंटरों में रह रहे मुस्लिम समाज के लोगों के इफ्तार और सेहरी के इंतजाम के लिए प्रदेश भर में जिलाध्यक्षों को पत्र जारी किया था। इसका पालन करते हुए कॉरेन्टीन सेंटरों में इफ्तार और सेहरी का इंतजाम किया जाने लगा है। इधर अल्पसंख्यक आयोग ने भी जेलों में निरुद्ध कैदियों की सुध ली है। अल्पसंख्यक आयोग द्वारा डी जी जेल को इफ्तार और सेहरी के संबंध में पूरी जानकारी देने को कहा गया है, साथ ही ये भी कहा गया है कि अगर जेल प्रबंधन इंतजाम नहीं कर पाता है तो इसके लिए वक़्फ़ बोर्ड को अधिकृत किया जाए।