उत्तर बस्तर कांकेर :जिले के जलाशयों में टूटे-फूटे नहरों की मरम्मत व जीर्णोद्वार का कार्य किया जा रहा है, नहर लाईनिंग एंव जीर्णोद्वार के कार्य हो जाने से सिंचाई क्षमता में वृृद्धि होगी। जल संसाधन विभाग द्वारा जिले के विभिन्न जलाशयों के नहरों का जीर्णोद्वार किया जा रहा है, जिससे गांव के किसान खुश हैं। नहरों की मरम्मत हो जाने से उन्हें सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सकेगा।
डोकला एवं मैनखेड़ा तालाब जीर्णोंद्वार एवं नहर लाईनिंग एवं जीर्णोंद्वार कार्य
विकासखण्ड चारामा अंतर्गत ग्राम डोकला एवं मैनखेड़ा में जलाशय निर्मित है, जिसकी रूपांकित सिंचाई क्षमता 360 हेक्टेयर है। इस योजना के मरम्मत हेतु 154.77 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है, योजना के तहत् बांध मरम्मत एवं नहर लाईनिंग कार्य प्रस्तावित है जिसमें डोकला जलाशय नहर के 0.560 किलोमीटर के लाईनिंग कार्य पूरा हो चुका है और मैनखेड़ा जलाशय में 5.20 किलोमीटर नहर लाईनिंग में से 02 किलोमीटर में नहर लाईनिंग कार्य पूरा किया जा चुका है तथा शेष कार्य प्रगति पर है। कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है तथा मास्क, सेनिटाईजर और साबुन की व्यवस्था के साथ कार्य किया जा रहा है।
चावड़ी फीडर तालाब के वेस्टवियर जीर्णांेद्धार एवं नहर लाइनिंग कार्य
चावड़ी फीडर जलाशय भी चारामा विकासखण्ड में निर्मित है, इस योजना की रूपांकित सिंचाई क्षमता 492 हेक्टेयर है। इसके मरम्मत के लिए शासन द्वारा 268.26 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है, योजना के तहत् बांध मरम्मत एवं नहर लाईनिंग कार्य प्रस्तावित है जिसमें 2.70 किलोमीटर लाईनिंग कार्य में से 1.350 किलोमीटर पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है। कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क, सेनिटाईजर और साबुन की भी व्यवस्था की गई है। मरम्मत कार्य होने से कृषकों में हर्ष व्याप्त है।
हल्बा व्यपवर्तन जीर्णोंद्धार एवं नहर लाईनिंग कार्य
हल्बा व्यपवर्तन योजना भी जिले के चारामा विकासखण्ड में निर्मित है तथा इसकी रूपांकित सिंचाई क्षमता 81 हेक्टेयर है। इस योजना की मरम्मत के लिए 75.87 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है। योजना अंतर्गत 1.60 किलोमीटर लाईनिंग कार्य में से 0.40 किलोमीटर पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है। कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क व सेनिटाईजर, साबुन की व्यवस्था के साथ कार्य संपादित किया जा रहा है।
संेदारनाला व्यपवर्तन जीर्णोंद्धार कार्य
सेन्दारनाला व्यपवर्तन योजना जिले के चारामा विकासखण्ड में निर्मित है। योजना की रूपांकित सिंचाई क्षमता 1215 हेक्टेयर है। इस योजना की मरम्मत के लिए 809 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है जिसके विरूद्ध 59.53 लाख रूपये व्यय किया जा चुका है। वर्तमान में योजना के तहत् मरम्मत एवं नहर लाईनिंग कार्य किया जा रहा है, जिसमें से 7.80 किलोमीटर लाईनिंग कार्य में से 3.65 किलोमीटर पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है। कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क व सेनिटाईजर और साबुन की व्यवस्था के साथ कार्य संपादन किया जा रहा है। मरम्मत कार्य शुरू होने से क्षेत्र के किसानों में हर्ष व्याप्त है।
डोरडे जलाशय
डोरडे जलाशय जिले के दुर्गूकोंदल विकासखण्ड में निर्मित है, इस योजना की रूपांकित सिंचाई क्षमता 153 हेक्टेयर है। इस जलाशय की मरम्मत के लिए 124.17 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है, जिसके विरूद्ध 28.27 लाख रूपये व्यय किया जा चुका है। योजना के तहत् बांध मरम्मत एवं नहर लाईनिंग कार्य प्रस्तावित है, जिसमें मुख्य नहर 1.56 किलोमीटीर व शाखा नहर 1.26 किलोमीटर लाईनिंग कार्य सम्मिलित है। जिससे 78 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। बांध केे मुख्य नहर में 100 मीटर और शाखा नहर में 750 मीटर लाईनिंग कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य गत दिवस से प्रारम्भ किया गया है, जिसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क व सेनिटाईजर और साबुन की व्यवस्था के साथ कार्य संपादन किया जा रहा है।
दमकसा स्टापडेम
जिले के दुर्गूकांेदल विकासखण्ड में दमकसा स्टापडेम-सह-काजवे का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए 158.95 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति विशेष केन्द्रीय सहायता मद अंतर्गत प्राप्त हुई है। इसके निर्माण से लगभग 40 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई एवं निस्तारी के साथ ही तरहूल से दमकसा तक आवागमन की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इस योजना का लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया जा चुका है, शेष कार्य गत दिवस शुरू किये गये हैं, जिसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क व सेनिटाईजर और साबुन की व्यवस्था के साथ कार्य संपादन किया जा रहा है। इसके निर्माण से क्षेत्र के किसानों में हर्ष व्याप्त है।