उत्तर बस्तर कांकेर : नोवल कोराना वायरस संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद रखकर हितग्राहियों को पोषण सामग्री घर-घर पहुंचा कर वितरण कराने के दिये गए निर्देश का पालन करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं द्वारा हितग्राहियों के घर-घर जाकर रेडी टू ईट फुड का पैकेट उपलब्ध कराई जा रही है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों, गर्भवती एवं शिशुवती मातायें और किशोरी बालिकायें अपने ही घर में पोषण आहार पाकर बेहद खुश नजर आ रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं द्वारा जिले के 02 हजार 108 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 67 हजार 746 हितग्राहियों को घर-घर पहुंचाकर रेडी-टू-ईट-फुड का वितरण किया जा रहा है, जिससे 6 माह से 3 वर्ष के 27 हजार 542 बच्चे एवं 3 से 6 वर्ष तक के 27 हजार 687 बच्चों को इस योजना का फायदा मिल रहा है। इसी प्रकार 6 हजार 198 गर्भवती माताओं तथा 6 हजार 21 शिशुवती माताओं और 298 किशोरी बालिकाओं को रेडी-टू-ईट-फुड का पैकेट वितरण किया जा रहा है, इसके साथ ही लॉकडाउन के समय जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में अध्ययनरत बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा, बाल्यावस्था देखरेख, खेलखेल में रंगो का ज्ञान, बालगीत, कविता, कहानी और शाला पूर्व शिक्षा घर-घर जाकर वीडियो के माध्यम से दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं द्वारा नोवल कोराना वायरस से बचाव के लिए जनजागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत् ग्रामीणों को साबुन से बार-बार हाथ धोने, सेनेटाइजर तथा मास्क का उपयोग करने की जानकारी दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नोवल कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम व नियंत्रण हेतु राज्य शासन द्वारा प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी एवं मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों को 03 मई तक बंद कर दिया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के बंद रहने की स्थिति में 3 से 6 वर्ष आयु वर्ग के सामान्य, मध्यम कुपोषित एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को गर्म भोजन के स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप मे रेडी टू ईट-फुड का सूखा पोषण आहार 125 ग्राम प्रतिदिन के मान से एक सप्ताह के लिए 750 ग्राम तथा गर्भवती माताओं को सप्ताह में 900 ग्राम और शिशुवती माताओं एवं किशोरी बालिकाओं को 990 ग्राम का एक माह के लिए चार-चार पैकेट टेक-होम-राशन के रूप में पात्रता अनुसार रेडी-टु ईट-फुड का वितरण किया जा रहा है। गौरतलब है कि आंगनबाड़ी केन्द्र में 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को सामान्य दिनों में रेडी-टू-ईट-फुड से बनाये गये व्यंजन और गरम भोजन खिलाया जाता है, लेकिन शासन के आदेशानुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों के बंद होने पर उन्हें सूखा पोषण सामग्री रेडी-टू-ईट-फुड घर-घर पहुंचाया जा रहा है।