बलरामपुर ; नॉवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश मे लॉक डॉउन किया गया है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में भी इसका कड़ाई से किया जा रहा है, लेकिन लॉक डॉउन के कारण गांव और शहर का सम्पर्क टूट गया है, जिससे गांव में रहने वाले ग्रामीण और मजदूर बैंक आने में असमर्थ है। जिसके कारण उनके दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए पैसों की दिक्कत न हो, इसलिए अब जिले में राष्ट्रीय आजीविका मिशन की महिला बैंक सखी गांव में घर-घर जाकर ग्रामीण और मजदूरों को बैंकिंग सेवा दे रही है, जिससे ग्रामीणो की आर्थिक समस्या दूर हो रही है।
कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि जिले में संचालित राष्ट्रीय आजीविका मिशन शाखा की महिला बैंक सखी ग्रामीणों के घर-घर जाकर जनधन खाते की राशि, मनरेगा मजदूरी, पेंशन राशि ग्रामीणों तक पहुंचा रहीं उन्होंने बताया कि महिला हितग्राहियों के जनधन खाते में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत् 500-500 रूपये की राशि दी गई है तथा पूरे देश मे सबसे ज्यादा जनधन के खाता जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में है। जिले में 5 लाख खाते बैंकों में खोले गए हैं, जिनमें 1 लाख 58 हजार 510 खाते जनधन योजना के खाते हैं तथा इसमें 60 हजार बैंक खाते महिलाओं के हैं। जिला मुख्यालय में स्थित पंजाब नेशनल बैंक में केन्द्र शासन द्वारा 08 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली थी, जो अब हितग्राहियो के बैंक खाते में आ चुकी है। ग्रामीणों का मनरेगा मजदूरी, गैस सब्सिडी, बृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन को घर-घर पहंुचाने के लिए बैंक सखी काम कर रही है। कलेक्टर ने कहा कि बैंक सखी योजना का शुभारंभ जिले में एक वर्ष पहले की गई थी जो अब इस संकट की घड़ी में ग्रामीणों के लिए एक बरदान साबित हो रही है।
बैंक सखी श्रीमती सरोज ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से ग्रामीणजन घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उन्हें बैंक जाने में काफी परेशानी हो रही है, इस वजह से वह ग्रामीणों के घर पहुंच कर उनकी जनधन खाते की राशि, मनरेगा मजदूरी, पेंशन राशि का भुगतान कर रही हैं। ग्रामीण महिला श्रीमती शिवकुमारी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि लॉकडाउन लागू होने से हम बैंक जाने में असमर्थ हैं। बैंक सखी द्वारा हमरा पैसा हमारे घर पर पहुंचाया जा रहा हैं, जिसके कारण उनकी जरूरतों के लिए पैसा घर पर ही मिल रहा है। घर-घर बैंक सेवा पाकर हम सभी ग्रामीण खुश हैं।