वनवासियों को ढाई करोड़ रुपए का नकद भुगतान
रायपुर, राज्य के नारायणपुर जिले में अब तक नौ हजार से ज्यादा संग्राहकों से छह हजार सात सौ 75 क्विंटल वनोपज की खरीदी कर ढाई करोड़ रूपए का नकद भुगतान किया गया है। वनमण्डाधिकारी ने बताया कि राज्य शासन द्वारा 15 लघु वनोेपजों के अतिरिक्त सात लघु वनोपजों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जानी है। उन्होंने बताया कि जिले के वनमंडल का वनोपज संग्रहण का लक्ष्य 24470 क्विंटल है। जिसके विरूद्ध अब तक 6775 क्विंटल वनोपजों की खरीदी कर नकद भुगतान किया गया है।
राज्य में 22 लघु वनोपजों की खरीदी की जा रही। इसी कड़ी में नारायणपुर जिले में भी अभी 6 लघु वनोपजों की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीदी कर हितग्राहियों को नकद भुगतान किया जा रहा है। अब तक लघु वनोपजों में इमली 6481.40 क्विंटल, हर्रा 195.14 क्विंटल, आंवला 0.25 क्विंटल, महुआ फूल 28.02 क्विंटल, बहेड़ा 36.75 क्विंटल, और चरोटा 42.50 क्विंटल बीज की खरीदी की गई हैं।
नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के रोकथाम नियंत्रण व बचाव के साथ-साथ लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सात लघु वनोपज समितियों के 68 महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गांव स्तर पर लघु वनोपजों की खरीदी की जा रही है। जिले में सात लघु वनोपज समितियां नारायणपुर, एड़का, सोनपुर, बेनूर, गढ़बेंगाल, फरसगांव और धौड़ाई है। समितियों द्वारा संग्राहकों को कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव और सावधानी की भी समझाईश दी जा रही है।
स्व-सहायता समूह की महिलाएं गाँव में संग्राहकों के घर-घर जाकर निर्धारित सामाजिक दूरी और मास्क पहनकर वनोपज का क्रय-विक्रय कर रही हैं। घर-घर जाकर खरीदने से वनोपज की गुणवत्ता भी बनी रहती है।