एक केला दे कर चार भाजपाई फोटो नही खिंचवा पा रहे भाजपा नेताओं को इसका मलाल : शुक्ला

भाजपा नेता संकट काल में भी स्तरहीन राजनीति कर रहे -कांग्रेस

प्रशासन के माध्यम से राहत पहुंचाने में भाजपा को क्यो पीड़ा हो रही ?

एक केला दे कर चार भाजपाई फोटो नही खिंचवा पा रहे भाजपा नेताओं को इसका मलाल

रायपुर, भाजपा नेता कोरोना जैसी भीषण महामारी के समय भी स्तरहीन राजनीति कर रहे है । प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपाई अपनी फोटो छपाने और श्रेय लेने की भूख में लोगो का जीवन सन्कट में डालना चाह रहे । राज्य सरकार ने फिसिकल डिटेंसिग को बनाये रखने तथा कम से कम लोगो को लॉक डाउन के दौरान घर से बाहर निकलने देने के उद्देश्य से गरीब और जरूरतमन्दों को सहायत सामग्री प्रशासन के द्वारा पहुंचाने का निर्णय लिया गया। दानदाता और स्वयंसेवी संस्थाएं लोगो की मदद के उद्देश्य से जो भी दान करना चाहती है वे प्रशासन को सूचित करें। प्रशासन की गाड़ी उन सामग्रियों को एकत्रित कर जरूरतमन्दों तक पहुँचा रही है । सहायता देने वाले से ले कर सहायता चाहने वाले सबके लिए अलग नम्बर पूरे प्रदेश के लिए जारी किए गए है। नगरीय सीमाओं में वार्ड स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रो में पंचायतों को इकाई मान कर अधिकारियों कर्मचारियों और वालेंटियर के दल सहायता काम को बेहतरीन ढंग से कर रहे है । इस व्यवस्था का फायदा यह हुआ कि लोगो को सहायता बिना भीड़भाड़ के उनके घरों में मिल रही है ।सहयोगी लोग भी शासन के माध्यम से सहायता दे रहे है ।फिसिकल डिस्टेंसिग के साथ सहायता देने के नाम पर फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया में जरूरतमन्दों का मखौल उड़ाने की परम्परा पर भी विराम लगा है। भाजपाइयों को पीड़ा इस बात की हो रही अब एक केला दान करते हुए चार भाजपा नेताओं को फोटो खिंचाने का अवसर नही मिलेगा ।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि दानदाताओं और समाजसेवी संस्थाओं के उत्साह को बनाये रखने के लिए कलेक्टरों को दानदाताओं के नाम का उल्लेख करने को कहा गया है। साथ ही शासकीय वाहन को सहायता सामग्री देते समय फोटो ग्राफी की भी अनुमति है । भाजपा के नेता यदि वास्तव में लोगो की सहायता करना चाहते है स्थानीय प्रशासन के सहयोग से करे ।
कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेताओ की नीयत कोरोना संकट के समय भी गन्दी आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करने की है । पूर्व मुख्यमंत्री रमनसिंह से लेकर भाजपा अध्यक्ष विक्रम उसेंडी सभी सिर्फ बयानबाजी तक सीमित है । भाजपा के सांसदों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहायता न दे कर प्रधानमंत्री केयर में दान दिया, इसी से समझ आता है कि भाजपा नेताओं की नीयत में खोट है । राज्य के उद्योगपति सीएसआर फंड के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता नही कर सकते लेकिन वे सीएसआर फंड से प्रधानमंत्री केयर में सहायता कर सकते है ।इस प्रकार भाजपा की केंद्र सरकार ने राज्य के उद्योगों को आपदा के समय राज्य की सहायता करने में बंदिश लगा कर घटिया राजनीति की है । भाजपा के किसी नेता ने इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री मोदी के सामने उठाने का साहस नही दिखाया ।

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