लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के इस दौर में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है. लॉक डाउन प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती के साथ एक बड़ा अवसर भी है. चुनौती को अवसर में बदलने के लिए अभी से प्रयास किए जाना चाहिए इसके लिए अभी से टीम गठित कर कार्यवाही प्रारंभ की जानी चाहिए
मुख्यमंत्री ने अपने आवास में आहूत एक बैठक में लॉक डाउन के दृष्टिगत राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देने के संबंध में मंत्री गण और अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए राज्य राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थितियों का आकलन करते हुए तैयारी की जरूरत है. प्रदेश में उच्च स्तरीय मानव संसाधन व कनेक्टिविटी उपलब्ध है राज्य में निवेश आकर्षित करने में इसकी बड़ी भूमिका हो सकती है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को इस वर्ष के अंत तक तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को अगले वर्ष के अंत तक संचालित किए जाने की योजना पर भी चर्चा हुई.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं से जुड़ी औद्योगिक इकाईयों को चरणबद्ध तरीके से संचालित किया जा रहा है चीनी मिलों को भी बंद नहीं किया गया है लॉक डाउन के निर्देशों का पालन करते हुए इंटीग्रेटेड कांपलेक्स में अर्थात चारदीवारी के अंदर स्थित ऐसी औद्योगिक इकाइयां जिनमें टेक्निकल व अन्य कर्मचारियों के रहने खाने की व्यवस्था इकाई परिसर में ही है को चलाने की अनुमति दी जा रही है. उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयों की समस्याओं का विभागीय स्तर पर निराकरण कर कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए उन्होंने कहा कि निवेश आकर्षित करने के लिए आवश्यकतानुसार नीतियों का अनुरोध भी किया जाना चाहिए.
बैठक में औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल एवं संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.