इतिहास बदलने वालों को इतिहास बदल देता है – संजीव अग्रवाल
रायपुर,छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के निवासी आरटीआई कार्यकर्ता और काँग्रेस नेता संजीव अग्रवाल ने नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि, नरेंद्र मोदी के जीवन में एक भी दिन ऐसा नहीं बीतता जिस दिन वो गांधी परिवार का नाम नहीं लेते, तो क्या गांधी परिवार के बदौलत ही नरेंद्र मोदी अपनी राजनीतिक जमीन बचाना चाहते हैं? लगता तो यही है।
संजीव अग्रवाल ने कहा कि एक अकेले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद, राहुल गांधी के वजह से विपक्ष आज मजबूत दिखाई देता है। पर्याप्त आंकड़ों के बावजूद भी, दोनों सदनों में मोदी सरकार फिसड्डी साबित हो गई है। ये वही राहुल गांधी हैं जिन्हें मोदी ऐंड कंपनी युवराज, पप्पू और न जाने क्या क्या कहती रहती है।
संजीव अग्रवाल ने आगे कहा कि ये वही नरेंद्र मोदी हैं जिन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव के पहले गांधी परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, यहां तक कि गांधी परिवार के दामाद, रॉबर्ट वाड्रा पर भी कई संगीन आरोप गढ़े थे लेकिन अफसोस की बात है कि आज 7 साल बाद भी मोदी सरकार, गांधी परिवार पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाई क्योंकि सभी आरोप आधारहीन थे।
संजीव अग्रवाल ने कहा कि शायद यही कारण है कि मोदी सरकार ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के नाम पर सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम बदलकर महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का फैसला लिया है क्योंकि गांधी परिवार के प्रति जो खीझ है वो नरेंद्र मोदी बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। लेकिन देश के महानायक, देश की आत्मा में बसे हुए हैं और नाम बदलकर उनकी सोच को खत्म करना नामुमकिन है।
संजीव अग्रवाल ने मांग की है कि केन्द्र सरकार को अब गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम भी बदलकर किसी खिलाड़ी के नाम पर रखना चाहिए। इतिहास बदलने वालों को इतिहास बदल देता है।