रायपुर। केंद्र सरकार, राज्यों के शहरों को संवारने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ो रुपए दे रही है। जिससे शहर के सौंदर्यीकरण एवं स्वच्छता के कार्य होने हैं परंतु स्थानीय प्रशासन के लचर रवैया के कारण केंद्र सरकार की सारी योजनाएं गर्त में जाती दिख रही है। अभी कल ही विश्व के सातवें सबसे प्रदूषित शहर रायपुर को संवारने के लिए व हवा से धूल कण हटा के प्रदूषण कम करने के लिए केंद्र सरकार ने चैराहों पर स्मॉग टाॅवर और एयर प्यूरीफायर के लिए 100 करोड़ रुपए की योजना की पहली किस्त के तौर पर 50 करोड रुपए जारी कर दिए। इस पैसे से रायपुर शहर में स्मार्ट टाॅवर के साथ-साथ चैराहे पर एयर प्यूरीफायर और फौवहारा लगने हैं, परंतु स्थानीय प्रशासन इस मामले में पूर्णता विफल साबित हो रही है।
भाजपा रायपुर शहर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने आरोप लगाया है कि होली के मद्देनजर सड़कों को बचाने के लिए शहर में डेढ़ सौ से भी अधिक स्थानों पर मुरम बिछाया गया था लेकिन आज होली को बीते 4 दिन हो गया परंतु सड़कों से आज तक ना तो उस मुरम को उठाया गया है ना ही होलिका दहन के राख को । विगत 4 दिनों से इन स्थानों में गाड़ियों से व हवा से धूल और राख के कण फैल कर पूरे शहर को प्रदूषित कर रहा है और नगरी प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है।
भाजपा जिलाध्यक्ष सुन्दरानी ने कहा कि पूर्व में भी केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी के पैसे से सायकल ट्रेक व चैराहों के सौन्दर्यीकरण आदि कार्यो पर फिजूलखर्ची की जा चुकी है। उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वयन के लिए स्थानीय नगरी प्रशासन को पूर्णता विफल बताया है।