‘अतिथि देवो भवः’ की भावना को सार्थक किया बस्तर महाराज कमलचंद्र भंजदेव ने

जगदलपुर।विगत दिनों भ्रमण हेतु एक विदेशी पर्यटक सोलोविफ़ सेरजी का रूस से भारत आना हुआ. भारत के विभिन्न ऐतिहासिक व प्राकृतिक क्षेत्रों से घूमते हुए वे बस्तर के सघन भ्रमण हेतु लगभग पंद्रह दिवसीय प्रवास पर जिला मुख्यालय जगदलपुर पहुँचे. संयोग से रंग और मस्ती का त्यौहार होली अपने पूरे उफ़ान पर है और इसी बीच वे ऐतिहासिक होलिका दहन देखने समीपस्थ ग्राम माड़पाल पहुंच गए. गौरतलब है कि परंपरानुसार बस्तर में होली का आरंभ माड़पाल में बस्तर महाराज द्वारा होलिका दहन के पश्चात ही होता है. होलिका दहन पर हजारों की भीड़ के बीच श्री सेरजी भी उपस्थित थे व समस्त रीति-रिवाजों को अपने कैमरे में बड़ी ही उत्सुकता के साथ कैद कर रहे थे. इसी बीच देर रात नशे में धुत कुछ शरारती असामाजिक तत्वों ने उनके साथ मारपीट करते हुए उनका कैमरा व मोबाइल फोन आदि छीन लिया व वहाँ से फरार हो गए.

घायल अवस्था में श्री सेरजी मदद की गुहार लगाने अलसुबह जगदलपुर स्थित राजमहल पहुँचे, जहाँ बस्तर महाराज कमलचंद्र भंजदेव के निर्देश पर वहाँ उपस्थित सुरक्षाकर्मियों व स्टाफ ने तुरंत उन्हें शहर स्थित महारानी अस्पताल में उचित उपचार हेतु भर्ती कराया. तीन दिन उपचार व विश्राम पश्चात आज श्री सेरजी जब सहयोग हेतु आभार प्रकट करने श्री भंजदेव के पास राजमहल पहुँचे तो बस्तर महाराज ने तुरंत एक नया कैमरा मंगवाकर उन्हें भेंट किया व उनके साथ घटी घटना हेतु क्षोभ प्रकट किया. श्री भंजदेव ने ‘अतिथि देवो भवः’ की भावना को साकार करते हुए उन्हें बस्तर के समृद्ध इतिहास से रूबरू कराया व आगे की उनकी बस्तर यात्रा हेतु तमाम व्यवस्थाएं मुहैया करवाने की जिम्मेदारी भी ली. श्री सेरजी ने बस्तर महाराज की सहृदयता व अतिथि सत्कार की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए उनसे विदा लिया.

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