बेमेतरा, 25 नवंबर 2020। परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से पुरुष नसबंदी पखवाड़े का आयोजन स्वास्थ्य विभाग द्वारा 21 नवंबर से 4 दिसंबर तक किया जारहा है। राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत जिले में 21 नवंबर से पुरुष नसबंदी पखवाड़े के प्रथम चरण में जागरुकता मोबिलाइजेशन सप्ताह में जिले के चारों ब्लॉकों में 6-6 जन चौपाल कार्यक्रम मोर संगवारी मोर मितान आयोजित किये जाने है। इसी क्रम में सीएमएचओ डॉ. एस.के. शर्मा ने बताया, पुरुष नसबंदी पखवाड़े के तहत नवागढ ब्लॉक के उपस्वास्थ्य केंद्र विधिकला के अंतर्गत ग्राम गनियारी में आज जन चौपाल के जरिये ग्रामीणों से बैठक की गयी । संबलपुर सेक्टर में गांव-गांव जन चौपाल में ग्रामीणों को छोटा परिवार-सुखी परिवार अपनाने के लिए पुरुष नसबंदी से फायदे के बारे में जानकारियां दी गई।
“टांका लगे न चीरा, अउ नई होवय पीरा”
ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक द्वारा महिलाओं की तुलना में पुरुष नसबंदी की आसान विधि “टांका लगे न चीरा, अउ नई होवय पीरा” जैसे आडियो- विडियो प्रचार माध्यम से सीधे व सरल स्थानीय भाषा में बताया जा रहा है। साथ ही नसबंदी के बाद पुरुषों में कमजोरी होने के भ्रामक विचारों व गलत धारणाओं को दूर करने को लेकर विस्तार से चर्चा की जा रही है। नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सर्जन डॉक्टर की टीम द्वारा एनएसवी की प्रक्रिया मात्र 10 मिनट में पूरी कर देते हैं। दर्द रहित ऑपरेशन के बाद हितग्राही घर जा सकता है। इससे दैनिक कार्य में किसी तरह की शाररिक कमजोरी नहीं आती है। जन चौपाल ग्राम गनियारी में दो पुरूषों ने नसबंदी कराने के लिए सहमति प्रदान की है । पुरुष नसबंदी पखवाड़े के तहत प्रचार अभियान में कोरोना संक्रमण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए संदेश देने के लिए जागरुकता रथ गांव-गांव पहुँच रहा है ।
कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आने पर होगी नसबंदी
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया दंपती संपर्क अभियान 21 से 27 नवंबर तक चलेगा उसके बाद द्वितीय चरण में 28 नवंबर से 04 दिसंबर तक सेवा प्रदान की जायेगी । जिले में पखवाड़े के दूसरे सप्ताह में नसबंदी शिविर शासकीय जिला अस्पताल बेमेतरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेरलाएवं सिविल अस्पताल साजा में आयोजित किया जाएगा।
बेमेतरा जिला में गतवर्ष 145 पुरुषों द्वारा एनएसवी कराया गया था। इस वर्ष कोविड-19 की वजह से चयनित हितग्राहियों का एंटीजन टेस्ट होने के बाद अस्पताल के ओटी स्टॉफ के साथ मिलकर सेवा प्रदान की जायेगी । प्रति दिवस सर्जन चिकित्सक को 5 पुरुष नसबंदी करने का लिमिट तय किया गया है। जिला अस्पताल में सर्जन पदस्थ नहीं होने पर रायपुर मेकाहारा से बुलाया जाएगा। शिविर के आयोजन को लेकर कहीं भी भीड़ एकत्रित न हो इसका पूरा ध्यान रखते हुए कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन किया जाएगा। सीएमएचओ ने बताया नसबंदी कराने वाले हितग्राही को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी । नसबंदी के लिए प्रेरित करने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, एमटीव सामाजिक कार्यकर्ताओं को 300 रुपए का प्रोत्साहन राशि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान की जायेगी।