औषधीयगुणों से भरपूर है लेमन ग्रास


रायपुर, 10 नवंबर 2020। कोरोना से बचाव के लिए लेमन ग्रास भी काफी फायदेमंद हो सकता है। लेमन ग्रास की महक से न सिर्फ मच्छरों को पनपने से रोका जा सकता है बल्कि कई बीमारियों की रोकथाम के लिए यह औषधी के रूप में काफी उपयोगी होने के साथ ही यह प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी बेहद कारगर माना गया है। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ रंजीप कुमार दास ने बताया, लेमन ग्रास प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी कारगर है। शरीर में बनने वाले फ्री रेडिकल्स और टाक्सिस को यह बाहर निकाल देता है, जिससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। लेमन ग्रास में एल्फा पिनाइन और बीटा पिनाइन नाम के रासायनिक तत्व मिलते हैं, जो विटामिन-ए बनाने के लिए काम आते हैं।


डॉ. दास का कहना है, लेमन ग्रास पेट में दर्द, उच्च रक्तचाप, उलटी, गठिया वाय, बुखार, खाँसी आदि में भी बहुत लाभकारी होता है। इसकी चाय से चिंता और घबराहट दूर करता है, कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। वहीं शरीर में रेड ब्लड सेल को बढाता है।लेमन ग्रास में मौजूद औषधीय गुण कई बीमारियों जैसे सिरदर्द, सर्दी, बुखार आदि के संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते है। लेमनग्रास एनिमिया को दूर करने मे भी उपयोगी होता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है। चाय में इस्तेमाल करने पर बुखार, कफ और सर्दी में फायदा करता है।
लेमनग्रास के सेवन से वजन, बैक्टीरियल संक्रमण, पेट की सूजन, पेट फूलना, पेट में ऐंठन, अपच, कब्ज, दस्त, उल्टी और ऐंठन जैसी पाचन संबंधी समस्या,गठिया या आर्थराइटिस की समस्या में से राहत मिल सकती है। इसमें विटामिन-ए, फोलिक एसिड, जिंक, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, फास्फोररस, कैल्शियम और मैगनीज़ जैसे तत्व पाए जाते हैं।
लेमन आइल से मच्छरों से मिलेगा छूटकारा
बारिश और बरसात के मौसम के बाद कई प्रकार की बीमारियां पनपने लगती हैं। जिनमें डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया और मलेरिया प्रमुख हैं। ये बीमारियां मच्छरों के काटने से फैलती हैं। इन मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए औषधीयगुणों से युक्त लेमन ग्रास का तेल काफी फायदेमंद होता है। घरों में बने शौचालय व नालियों के गंदे पानी में मच्छर सबसे ज्यादा पनपते हैं। इसके लिए लेमन ग्रास में पाई जाने वाली अधिक खुशबू रासायनिक तत्व सिट्रेल-ए और सिट्रेल-बी से आती है। लेमन ग्रास का प्रमुख रूप से इस्तेमाल सिट्रेनेला तेल बनाने में किया जाता है। इस नींबू घास की खासियत यह है कि इसमें 82 फीसद तक खुशबू होती है।
किसान भी हो रहे लाभान्वित
बलौदाबाजार वनमंडल डीएफओ आलोक तिवारी ने बताया, अर्जुनी परिक्षेत्र के अतंर्गत ग्राम बिलारी में 25 एकड़ में किसान लेमन ग्राम की फसल सामूहिक रुप से कर रहे हैं। लेमन ग्रास की खेती से किसान अब ज्यादा आर्थिक रुप से लाभान्वित हो रहे हैं । वन विभाग की ओर से स्थापित आसवन प्लांट से गांव के किसान लेमन ग्रास से तेल निकाल रहे हैं। लेमन ग्रास की खेती करने वाले किसान वर्ष में चार बार पत्तियों की कटाई कर तेल निकाल कर बाजार में बेच सकते हैं। आसवन विधि से निकाले गए तेल का उपयोग कीटनाशक, औषधि, हर्बल, साबुन, तेल, क्रीम, सेनेटाइजर, फिनाइल, दीपक जलाने, मच्छर भगाने की दवाइयां बनाने में किया जाता है।

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