खेती-किसानी की दिक्कतें दूर करेगी केसीसी : किसान क्रेडिट कार्ड बनाने चलाया जा रहा है अभियान

सुकमा, किसानों को खेती-किसानी के दौरान आर्थिक जरुरतों को पूरा करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) के अन्तर्गत लाभान्वित किसानों और अन्य सभी योग्य कृषकों को किसान क्रेडिट कार्ड के दायरे में लाने के लिए 22 फरवरी 2020 से जिले में किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। अब तक सुकमा विकासखण्ड के ग्राम झापरा बुड़दी, केरलापाल, कोर्रा, मुरतोण्डा, गोंगला व जीरमपाल और छिन्दगढ़ विकासखण्ड के ग्राम कोकावाड़ा, कुन्ना, कुकानार, चिन्तलनार, नेतानार, राजामुण्डा, उरमापाल व छिन्दगढ़ में किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया जा चुका हे। इसी तरह कोण्टा विकासखण्ड के ग्राम एर्राबोर, सुन्नमगुड़ा, ढोण्डरा, कोलाईगुड़ा एवं फंदीगुड़ा में शिविर लगाया गया।
इन शिविरों में प्राप्त आवेदन पत्रों के जरिए किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जा रहा है। साथ ही कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वार कृषकों से आवेदन पत्र प्राप्त किया जा रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड बनाने में कृषकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इस अभियान के तहत् किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से तीन लाख ऋण राशि तक के लिए लगने वाले समस्त शुल्क में छूट दिया गया है। 1.60 लाख तक के ऋण के लिए कृषकों को बिना किसी गारंटी के ऋण की स्वीकृति दे रही है।
किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उद्यानिकी, पशुपालन एवं मत्स्य पालन से जुड़े किसानों को भी आसानी से अल्पकालीन कृषि ऋण प्राप्त होगी। इसलिए उद्यानिकी पशुपालन व मत्स्यपालन से जुड़े कृषकों का भी किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जा रहा है। बैंकों द्वारा कृषि ऋण प्रक्रिया को सरलीकृत किया गया है और किसानों के सुविधा के लिए केवल एक पेज का फार्म तैयार किया गया है। इसके तहत 14 दिनों के भीतर बैंकों द्वारा केसीसी जारी किया जाना है। सभी वाणिज्यिक बैंक शाखाओं में पीएम किसान लाभार्थियों की सूची भी तैयार की जा रही है। केसीसी रखने वाले लाभार्थियों को आवश्यकता होने पर ऋण सीमा बढ़ा सकते हैं।

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