वन विद्यालय जगदलपुर में दीक्षांत समारोह एवं वनपाल कौशल उन्नयन प्रशिक्षण संपन्न
अनिल सोढ़ी ने हासिल किया विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता का खिताब
जगदलपुर, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक विकास एवं योजना छत्तीसगढ़ शासन श्री तपेश झा ने कहा कि एक अच्छे अधिकारी बनने के लिए व्यक्ति को एक अच्छा इंसान भी बनना जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि एक अच्छे इंसान बनने के लिए व्यक्ति को मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण होना जरूरी होता है तथा एक संवेदनशील व्यक्ति ही अच्छा अधिकारी बन सकता है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री तपेश झा आज 5 मार्च को वन विद्यालय जगदलपुर में आयोजित वन रक्षक प्रशिक्षण के 77वां सत्र के दीक्षांत समारोह एवं वनपालों के 46वां सत्र के कौशल उन्नयन प्रशिक्षण समारोह को संबोधित कर रहे थे। श्री झा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर वृत्त श्री मोहम्मद शाहिद ने किया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव श्री अभय श्रीवास्तव तथा वन विद्यालय जगदलपुर के संचालक श्री स्वरूप उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा नव प्रशिक्षित वन रक्षकों एवं वनपालों का सम्मान भी किया गया। प्रशिक्षण के दौरान आयोजित खेल-कूद एवं विभिन्न गतिविधियों में प्रथम स्थान हासिल करते हुए वन रक्षक श्री अनिल सोढ़ी ने विजेता का खिताब हासिल किया।
इस अवसर पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री तपेश झा ने प्रशिक्षण पूरा करने वाले नव वन रक्षकों एवं वनपालों को प्रशिक्षण के महत्व एवं उद्देश्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दीक्षा का अंत हो सकता है, किन्तु शिक्षा का नहीं। श्री झा ने कहा कि सभी व्यक्तियों एवं अधिकारी-कर्मचारियों को निरंतर कुछ नया सिखने तथा ज्ञानार्जन करने की ललक होनी चाहिए। श्री झा ने प्रशिक्षण पूरी करने के उपरांत पास आऊट होने वाले सभी नव वन रक्षकों एवं वनपालों को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान, अनुभव एवं कौशल का उपयोग समाज एवं राष्ट्रहित में करने को कहा। मुख्य वन संरक्षक श्री मोहम्मद शाहिद ने कहा कि सिखने की कोई उम्र नहीं होती व्यक्ति को निरंतर जिज्ञासु होकर शिक्षा अर्जन करते रहना चाहिए। श्री शाहिद ने कहा कि वन विद्यालय में प्रशिक्षण के दौरान सभी अधिकारियों को विभाग के नये-नये नियमों एवं अधिनियमों की जानकारी देने के अलावा उनके फिटनेस का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। जो उनके कार्यों को सफलतापूर्वक संपादित करने में अत्यंत मद्दगार साबित होगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव श्री अभय श्रीवास्त ने सभी नव वन रक्षकों एवं वनपालों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने अंदर की विद्यार्थी के भाव को सदैव जीवित रखने को कहा। इस अवसर पर संचालक वन विद्यालय ने नये वन रक्षकों एवं वनपालों के प्रशिक्षण तथा वन विद्यालय के गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में वन विद्यालय में प्रशिक्षण अवधि के दौरान आयोजित क्रिड़ा एवं अन्य गतिविधियों में प्रथम, द्वितीय स्थान अर्जित करने वाले वन रक्षकों एवं वनपालों का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम में बस्तर संभाग के वनमण्डलाधिकारी, उपमण्डलाधिकारी एवं वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।