(पूर्व महापौर रेड्डी ने सीएम भूपेश बघेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र भेजकर एक इंजीनियरिंग कालेज द्वारा की गई गलती की शिकायत कर, रखी कार्यवाही की मांग)
(विद्यार्थियों के लम्बित छात्रवृति के भुगतान की व्यवस्था करने की भी की मांग)
चिरिमिरी। चिरिमिरी के पूर्व महापौर के. डोमरु रेड्डी ने अपने शहर चिरमिरी के कुछ विद्यार्थियों से जानकारी मिलने पर छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल को अलग – अलग पत्र लिखकर सेंट्रल कालेज आफ इंजीनियरिंग रायपुर द्वारा शासन एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के स्पष्ट निर्देश के बावजूद छात्र – छात्राओं से परीक्षा फीस जमा करने हेतु दबाव बनाने की शिकायत करते हुए उपरोक्त मामले की जांच कराकर कालेज प्रबंधन के ऊपर कठोर कार्यवाही करने की मांग की है। साथ ही शासन के पास लम्बित छात्रवृत्ति के कारण विद्यार्थियों को हो रहे समस्याओं से अवगत कराते हुए, जल्द भुगतान करने की भी मांग की है।
श्री रेड्डी ने अपने पत्र में कहा है कि विश्वव्यापी कोरोना के कारण हुए लॉक डाउन के गम्भीर कठिनाई के दौर में सीसीएम कालेज द्वारा शासन के स्पष्ट निर्देशो के बावजूद छात्र छात्राओं को मैसेज भेजकर परीक्षा शुल्क जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है जो बेहद अमानवीय है। श्री रेड्डी ने आगे कहा कि जिन छात्र - छात्राओं को छात्रवृत्ति प्राप्त होती है व तकनीकी कारणों से उन्हें अब तक छात्रवृत्ति नही मिल सकी है, उन्हें भी उपरोक्त कालेज द्वारा हर हाल में परीक्षा फीस जमा करने का निर्देश दिया जा रहा है, जो सीधे तौर पर शासन के निर्देशों का खुला उल्लंघन है। चिरिमिरी के पूर्व महापौर के. डोमरु रेड्डी ने छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उपरोक्त मामले की जांच कराकर उक्त कालेज के ऊपर कठोर कार्यवाही करने की मांग की है। इसके साथ ही श्री रेड्डी ने छात्र - छात्राओं के लंबित पड़े छात्रवृत्ति का जल्द भुगतान कराने व परीक्षा में बैठने के सभी विकल्पों के खुला रखने की भी मांग की है।