बच्चों से लेकर बुजुर्गों के लिए बजट में प्रावधान
रायपुर, महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने छत्तीसगढ़ के वार्षिक बजट 2020-21 को सभी वर्गो के लिए संजीवनी की तरह बताया है। श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को समावेशी बजट दिया है, जिसमें बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक सभी का ध्यान रखा गया है। बजट में दिव्यांगजन और तृतीय लिंग वर्ग के लोगों के लिए भी प्रावधान किया गया है। श्रीमती भेंड़िया ने सर्वहारा वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए बजट निर्माण के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।
श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जन घोषणा पत्र में किया गया वादा निभाते हुए दो वर्ष पूरा कर चुके शिक्षाकर्मियों के संविलियन का प्रावधान भी बजट में किया है। वार्षिक बजट स्वस्थ एवं सुपोषित नई युवा पीढ़ी के निर्माण की संकल्पना पर आधारित है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने सुपोषण योजना के लिए 60 करोड़ रूपए का प्रावधान बजट में किया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की ऊचांई, लंबाई एवं भार मापक यंत्रों की व्यवस्था के लिए 25 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। विशेष पोषण आहार योजना के लिए 766 करोड़ और महतारी जतन योजना में 31 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
निराश्रित, बुजुर्गों, विधवा महिलाओं एवं निःशक्त व्यक्तियों को ध्यान में रखते हुए उन्हें समय पर सहायता उपलब्ध कराने के लिए सामाजिक सुरक्षा और कल्याण मद में 352 करोड़, वृद्धावस्था पेंशन योजना में 185 करोड़ और मुख्यमंत्री पेंशन योजना में 150 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इसी तरह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना में 68 करोड़ तथा सुखद सहारा योजना में 100 करोड़ रूपए का प्रावधान है। दिव्यांग जन के लिए निःशक्तजन पुनर्वास केन्द्र, मादक द्रव्य एवं पदार्थो की रोकथाम एवं नशा मुक्ति केन्द्र के संचालन तथा तृतीय लिंग समुदाय से संबंधित योजनाओं के लिए 5 करोड़ 30 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है।