रायपुर,बागबाहरा ब्लॉक कांग्रेस कमीटी ग्रामीण के प्रथम अध्यक्ष अंकित बागबाहरा ने बताया कि वर्तमान छत्तीसगढ़ प्रदेश की कांग्रेस सरकार माटीपुत्र किसान पुत्र भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में पलक पावड़े बिछा कर दिगर प्रान्तों से लौट रहे अपने मजदूर भाई बहनों की स्वास्थ्यगत सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न कोरंटाइन सेंटर में सुरक्षित रुप से अपना 14 दिन की समयावधि पूरी कर रहे है आज अंकित बागबाहरा ने विभिन्न ग्रामों सूअरमार,भटगांव,बिहाझर,भीमखोज,जोरातराई,खल्लारी के कोरंटाइन सेंटरों का दौरा करके मजदूर भाई बहनों की हालात का जायजा लिया और बताया कि बागबाहरा विकासखंड में कुल सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 13284 लोग बाहर है जिसमे छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की भूपेश सरकार पर विश्वास करके 8421 लोगों ने अब तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है और उनसे संपर्क किया जा चुका है और लगभग 8252 लोग वापस आने की इच्छा जता चुके है और अब भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है ।। अंकित ने बताया कि बागबाहरा विकासखंड में लगभग 239 कोरोनटाइन सेंटर बनाये गए है जिसमें 3152 मजदूर अब तक दीगर प्रान्तों से वापस आ चुके है और उसमें से 627 मजदूर 14 दिन पूरा करके अपने घर वापस भी जा चुके है,और लगभग 2525 मजदूर स्त्री पुरुष आज भी कोरंटाइन केंद्रों में है ।। यही वर्तमान कांग्रेस पार्टी की छत्तीसगढ़ की सरकार की उपलब्धि है कि जनता का इनपर विश्वास है ।।
साथ ही अंकित बागबाहरा ने कहा कि 15 सालों के भाजपाई कुशाशन के चलते ही आज भी छत्तीसगढ़ का मजदूर पलायन करने मजबूर है । उन्होंने पूर्व विधायक खल्लारी व वर्तमान सांसद महासमुंद लोकसभा चुन्नीलाल साहू को आड़े हांथों लेते हुए कहा कि ईन्होंने मांग की थी कि मजदूरों के पलायन के लिए विशेष ट्रैन चलाना चाहिए, उनके द्वारा वर्तमान नीति आयोग की मजदूरों के दिये आंकड़ों की जानकारी को गलत बताया जो केंद्र की भाजपा सरकार की है, जिले के अधिकारियों द्वारा दिये आंकड़ों को गलत बताया और उनके आंकड़ों को हास्यापद बताया और स्वयं बताया कि उनके मुताबिक 13000 मजदूर तो पैदल आ चुके है इससे बड़ा मजाक 2020 का कुछ नही हो सकता और अगर ये सच है तो ये उनकी स्वयं की भाजपा की केंद्र सरकार की घोर लापरवाही और इंसानियत से परे लापरवाही का नतीजा है । चुन्नीलाल साहू ने बताया कि जिले में लगभग 40000 मजदूरों का पलायन हुआ है, मेरा उनसे सवाल है कि वे भी अपने सोर्स को जगजाहिर करें की ये आंकड़ें उन्होंने कहाँ से लाये ,वैसे पूरा महासमुंद जिला जानता कि इस जिले में पलायन कौन सी पार्टी से जुड़े नेता करवाते है और एक सत्य ये भी है कि उनके खुद के गाँव से वर्तमान में 89 लोगों ने पलायन किया था और 2018 के भाजपा प्रत्याशी के गाँव से भी 41 लोगों ने पलायन किया है और मेरा दावा है कि बागबाहरा ब्लॉक में उन गाँव मे पलायन ज्यादा हुआ है जहां भाजपा का प्रभाव ज्यादा है और ये बात कटु सत्य है कि 15 सालों के भाजपाई कुशाशन के चलते ही आज भी छत्तीसगढ़ का मजदूर पलायन करने मजबूर है ।।