कोविड के नियंत्रण एवं बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में एक्टिव सर्विलेंस टीम कर रही डोर-टू-डोर सर्वे

रायपुर, सूरजपुर जिले में कोरोना वायरस (कोविड-19) से नियंत्रण एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिला प्रशासन की टीम जिले के सभी विकासखण्डों के ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में डोर-टू-डोर एक्टिव सर्विलेंस कार्य कर रही है। मास्टर ट्रेनर शिक्षकोें की निगरानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों, कोटवार, रोजगार सहायकों के माध्यम से प्रत्येक ग्राम में डोर-टू-डोर एक्टिव सर्विलेंस के तहत् कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा बाहर से आने वाले लोगों की जानकारियों को भी अद्यतन कर इसकी सूचना दी जा रही है। डोर-टू-डोर सामुदायिक एक्टिव सर्विलेंस कार्य के दौरान समुचित स्वास्थ्य जांच, मास्क, सेनिटाईजर, हेण्डवॉस का उपयोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सहित सुरक्षा मानकों के पालन से संबंधित जानकारी देकर समझाईश दी जा रही है।

जिसमें मास्टर ट्रेनरों के द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे करते हुए सक्रिय सर्विलेंस के उद्देश्य के संबंध में बताया जा रहा है कि समुदाय में कोरोना वायरस से बचाव व नियंत्रण के लिए किस तरह से लक्षण वाले व्यक्तियों का पता करना, आगे की जांच प्रक्रिया व उपचार से संबंधित जानकारी भी दी जा रही है। सक्रिय सर्विलेंस कहां व कैसे करना है। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन यानि कोरोना संक्रमित पाये गये मरीजों को घर के एक किलोमीटर के दायरे में हर घर में सुरक्षित तौर पर सर्वे करने से संबंधित सभी चिकित्सा सुरक्षा संबंधी चरणों के संबंध में जानकारी दी गई है। मास्टर ट्रेनर ने सर्वे के दौरान बताया कि सक्रिय सर्विलेंस हेतु सर्वे दल में आवश्यकतानुसार 3 से 4 सदस्यीय दल हैं दल के सदस्य संबंधित क्षेत्र के आंगनवाड़ी कायकर्ता व शिक्षक हैं। ग्रामीण क्षेत्रों मे कोटवार एवं नगरीय क्षेत्रों में नगरीय निकाय के कर्मी भी दल के सदस्य हैं। संक्रमित लक्षण वाले व्यक्तियों की सूचना देना, दल प्रमुख सभी संक्रमित लक्षण वाले की सूची को प्रतिदिन संबंधित खंड चिकित्सा अधिकारी और शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रबंधक को सूचित करना सुनिश्चित करेंगे।

जिला कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने बताया कि जिला में निरंतर सर्वे जारी है, जिसमें अब तक 1 लाख 35 हजार 467 परिवार के कुल सदस्य 6 लाख 79 हजार 495 लोगों का सर्वे किया गया है। जिनका सैंपल लेकर जांच कराई जा रही है। साथ ही उनके निर्देश पर आयुर्वेद विभाग के द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए त्रिकटू चूर्ण का वितरण और काढ़ा बनाकर सेवन करने संबंधित जानकारी दिया जा रहा है। सर्वे कर रहे दलों को एक निर्धारित फार्मेट उपलब्ध कराया गया है, उसी के आधार पर जानकारी भरनेे के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि सक्रिय सर्विलेंस के लिए सर्वे करते समय दल को विशेष सावधानियां बरतने को कहा गया है। जिसमें दल के सभी सदस्यों को अनिवार्यतः मास्क लगाकर सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करने, इसके अलावा संक्रमित परिवार से बात करते समय दल के सदस्य फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए कम से कम दो मीटर की दूरी बनाकर सर्वे करेंगे। इसके अलावा नियमित तौर पर हाथ को साबुन, सेनिटाईजर या हैण्डवॉस से धोने जैसी सुरक्षा मानको को प्राथमिकता के साथ पालन करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके अतिरिक्त टीम द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन करने समझाईश भी दी गयी है।

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