रायपुर, कोरोना वैश्विक वायरस के प्रभाव के कारण विद्यालयों को समय से पहले बंद कर दिए गए हैं। ऐसी स्थिति में शासन स्तर पर पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के माध्यम से कक्षा पहली से 12वीं तक के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़े रखने की कवायद पूरे प्रदेश में की जा रही है। जिला मुख्यालय विकासखंड सूरजपुर के सभी 22 संकुल में मास्टर ट्रेनर और विषय विशेषज्ञों द्वारा बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। उनके असाइनमेंट को चेक करने के पश्चात् उनके शंकाओं का समाधान किया जा रहा है।
सूरजपुर विकासखंड में पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम अंतर्गत कुल पंजीकृत शिक्षकों की संख्या 1662 है। निर्मित वर्चुअल कक्षाओं में विद्यार्थियों को अध्यापन पश्चात् असाइनमेंट अपलोड किए गए हैं। जिसमें विधार्थियों द्वारा दिए गए असाइनमेंट को हल कर अपलोड किया जा रहा है, जिसे शिक्षकों द्वारा चेक किया जा रहा है। विकासखंड के शिक्षक श्री धर्मानन्द गोजे, श्री दिनेश साहू, सुश्री सोनाली लश्कर, श्री नवीन जायसवाल, श्री अनुज नारायण दुबे, श्री गौरी शंकर पांडेय, श्री भुनेश्वर सिंह और सीमांचल त्रिपाठी द्वारा वर्चुअल कक्षा अध्यापन व शंका समाधान का कार्य किया जा रहा है। विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए 36 सवालों (शंकाओं) से 23 शंकाओं का समाधान अब तक कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त जिले स्तर पर समय-सारणी प्रसारित कर सिस्को वेबैक्स मीटिंग ऐप के माध्यम से इंटरएक्टिव कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। इसमें बच्चे सीधे शिक्षक से संपर्क में आते हैं, वे उन्हें न केवल देख सकते हैं अपितु उन्हें सुन सकते हैं और अपनी समस्याओं का तत्काल समाधान भी प्राप्त कर पा रहे हैं। पढ़ई तुंहर दुआर साईट पर उपलब्ध पाठ्य सामग्रियों का अध्ययन भी बच्चों द्वारा किया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सूरजपुर विकासखंड के सभी ग्राम पंचायतों में शिक्षक-शिक्षिकाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिन की संयुक्त दल द्वारा कोरोना वायरस एक्टिव सर्विलांस टीम के रुप मे डोर-टू-डोर सर्वे कार्य किया जा रहा है, इनके माध्यम से भी कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु बच्चों एवं उनके पालको को कार्यक्रम में जुडकर लाभ लेने हेतु प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है। विकासखंड में संकुल स्तरीय शिक्षकों की बैठकों का आयोजन सिस्को वेबेक्स पर किया जा रहा है। इस कड़ी में अब तक जयनगर और रामनगर संकुल के शैक्षिक समन्वयक तथा संकुल प्रभारी द्वारा शिक्षकों की ऑनलाइन मीटिंग लेकर प्रत्येक स्कूल से शिक्षकों द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त कर पढ़ई तुंहर दुआर अंतर्गत विषय आधारित वीडियो, ऑडियो और टीएलएम तैयार कर साइट में अपलोड करने हेतु जानकारी दी जा रही है। ऑनलाइन पढाई उपलब्ध होने से जहां बच्चों के समय का सदुपयोग हो पा रहा है तो वहीं बच्चों को पढ़ाई करते देख अभिभावक भी खुश हैं।