छोटे दुकानदारों की रोजी-रोटी और नकदी की समस्या हुई दूर

रायपुर ,कोरोना संकट के दौरान जीवन और आजीविका में संतुलन रखना जरूरी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छोटे दुकानदारों, ठेले और खोमचे लगाकर जीवन यापन करने वाले लोगों को विशेष रियायत देते हुए उन्हें निर्धारित दिनों में बाजारों में दुकान लगाने की छूट दी गई है। सुुदूर नारायणपुर जिले के बाजार में लोगों की चहल-पहल शुरू हो गयी है। बाजार गुलजार होने लगे है, वही रौनक भी लौटने लगी है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के कोरोना संकट के दौरान छोटे दुकानदारों को कई प्रकार के दिक्कतों का सामना करना करना पड़ रहा था। ग्रीन जोन में होने के कारण लॉकडाउन में मिली छूट से उनके रोजी-रोटी और नकदी की दिक्कतों से राहत मिल रही है।

नारायणपुर के करमरी और कोकोड़ी गांव से आई घसनी ने अपने लिए और सोनारी ने मुनियां के लिए पटरी वाले से चप्पल खरीदी। घसनी ने बताया कि उसकी चप्पल काफी दिन से टूट गई थी, चप्पल की दुकान बंद होने के कारण खरीद नहीं पाई थी। वहीं सोनारी की बिटिया की भी चप्पल भी टूट गई थी। चप्पल की दुकाने बंद होने से कुछ दिन तो घर पर ही चप्पल की जरूरी मरम्मत की गई। लेकिन उसके बाद मरम्मत ने भी अपने हाथ खींच लिए क्यांेकि अब चप्पल मरम्मत लायक भी नहीं बची थी।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर लॉकडाउन 3.0 में मिली छूट की जानकारी घसनी और सोनारी को गांव वालों से पता चली। मालूम चला कि बाजार में कुछ दुकानें खुल गयी है। सोनारी ने बताया कि मुनिया ने जिद्द की तो नई चप्पल खरीदने चली गई। घसनी ने भी अपने पति के साथ चप्पल खरीदने बाजार चली गई। अन्य महिलाएं कपड़े व अन्य सामान खरीदती नजर आ रही थी। बाजार में खरीददारी करते और आते-जाते समय ग्राहक मुह ढंके और मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिग का भी पालन करते नजर आ रहे थे। पुलिस अधिकारी और जवान यातायात व्यवस्था और शासन द्वारा जारी गाईड लाइन का पालन करा रहे थे।

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