91 हज़ार 8 सौ क्वारार्टइन क्षमता तैयार
अब तक 3 हज़ार 9 सौ से अधिक श्रमिक हुए क्वारार्टइन
बलौदाबाजार – जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल मार्गदर्शन में जिला प्रशासन बाहर राज्यों से आने वाले श्रमिकों के रुकने लिए पूरी व्यवस्था कर ली गयी है। जिसके लिए जिला के 6 सौ 86 गाँवो के 1337 चयनित भवनों में होम क्वारार्टइन की व्यवस्था पूरी कर लिया गया है। जिला पंचायत सीईओ आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि हमारे पास वर्तमान में जिला के 6 जनपदों में 91 हज़ार 8 सौ 45 लोगों को रुकवाने की क्षमता तैयार कर लिया गया है। जिसमें के अनुसार आवासीय क्षमता जनपद अनुसार निम्न है। सिमगा9हज़ार 6सौ 80, बलौदाबाजार 12 हज़ार 6 सौ 85, भाटापारा 12 हज़ार 7सौ80,पलारी 10हज़ार 6 सौ 80,कसडोल18 हज़ार 2 सौ एवं बिलाईगढ़ 27 हज़ार 8 सौ 20 इस तरह कुल 91 हज़ार 8 सौ 45 लोगो को वर्तमान में रुकवाया जा सकता है।.लगातार अन्य राज्यों से मजदूरों का आना जारी है। उन्हें प्रोटोकॉल के अनुसार बकायदा स्वास्थ्य परीक्षण कर उनके नजदीकी गाँवो में प्रशासन की ओर से पहुँचा कर उन्हें निर्धारित भवनों में 14 दिनों के लिए क्वारार्टइन किया जा रहा है। कल दोपहर 12 बजे तक बाहर राज्यों से आये जिला के कुल 3 हज़ार 9सौ 53 श्रमिकों को निर्धारित भवनों में क्वारार्टइन किया गया है। जिसमें सिमगा के3 सौ49,बालौदा बाजार में 1हज़ार 1सौ84,भाटापारा 5 सौ 55 ,पलारी 8 सौ 35, कसडोल 3 सौ 3 एवं बिलाईगढ़ 7 सौ 27 लोग शामिल है।इसके लिए पंचायत विभाग अलग से कार्य कर रहा है। गाँवो के जिन भवनों में क्वारार्टइन किया गया है। वहाँ की व्यवस्था सरपंच सचिव के माध्यम से किया जा रहा है। साथ ही उन्हें सूखा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। इन लोगों की भोजन एव सहायता के लिए सम्बंधित गाँव वाले भी बढ़ चढ़ कर मदद कर रहे है।यह सभी लोग 14 दिन भवनों में ही रुककर अपना अपना खाना बनाकर भोजन प्राप्त कर रहे। यह लोग बाहर ना आ जाये इसके लिए इन भवनों के बाहर ताला लगा कर सतत निगरानी गाँवो वालो के तरफ से भी किया जा रहा है। गाँव वाले भी इन लोगो को दूर से ही हरी सब्जियां आदि अपने सहयोग से प्रदान कर रहे है।
अन्नपूर्णा रथ से प्राप्त राशन से मिल रही है मदद
जिला वासियों के सहयोग से सभी जनपदों में अन्नपूर्णा रथ आन काल डोनेशन वेन चलाया जा रहा है। जिसमें जिला वासियो द्वारा बड़ी मात्रा में सुखा राशन दान किया जा रहे है। इन से प्राप्त राशन को ही निर्धारित मात्रा में पैकेट बना कर जनपदों के माध्यम से इन क्वारार्टइन सेंटर तक पहुँचाया जा रहा है। जिससे इन श्रमिकों को भोजन मिल पा रहा है।
स्वास्थ्य की भी सतत निगरानी
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों मितानिन,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इन सभी मजदूरो की स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी किया जा रहा है। ताकि अगर इन मजदूरों को भी सामान्य तकलीफ हो तो उनका मदद कर सके।
क्वारार्टइन सेंटर में रखी जा रही है सभी सुविधाओं का ध्यान
बलौदाबाजार जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत जामडीह में कुल 25 लोग बाहर राज्यों से आये है। यह सभी जामडीह के ही निवासी है। यह लोग खाने कमाने के काम से जबलपुर, हैदराबाद, कानपुर, भंडारा नागपुर गए थे। लॉक डाउन में फंसे होने के बाद उनकी परेशानी बढ़ गई थी । यह सभी लोग बड़ी मुश्किल से वापस अपने गाँव आये। गाँव पहुचने पर इन्हें 14 दिनों के लिए स्थानीय स्कूलों में क्वारार्टइन किया गया है। भंडरा महाराष्ट्र से लौटे चंद राम बघेल उम्र 36 साल ने बताया कि वह पिछले 6 महीनो से भंडारा शहर में कुली कबाड़ी का काम करता हु। लॉक डाउन की वजह से हमे बहुत परेशानी से जूझना पड़ा। मैं अपने गाँव को बहुत याद कर रहा था। अब मैं वापस कभी नही जाऊंगा। यही रहकर छोटा मोटा मजदूरी का काम कर आगे का जीवन व्यतीत करूँगा। उसी तरह हैदराबाद से लौटे सोमनाथ वर्मा उम्र 29 साल एवं उनकी पत्नी बिंदेश्वरी वर्मा ने बताया कि मेरे पति राज मिस्त्री का काम करते है।एवं मैं उनका काम मे सहयोग प्रदान करती हूं।हम लोग पहली बार गाँव छोड़ कर काम करने गए थे। यह हमारा पहला और आखिरी बार जाना था। अब हम कभी भी गाँव आए बाहर दूसरे राज्य नही जायंगे।यही रहकर काम करेंगे।हम जब यहाँ आये तो स्कूल में 14 दिन रुकने कहा गया है।सरपंच ने चाँवल और आलू हमें प्रदान किया है।यहाँ भवन में लाइट एवं पंखा पानी सभी सुविधाएं उपलब्ध हो रही है।