रायपुर, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवम पूर्व जनपद अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे ने शराब बंदी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शराब बंदी को लेकर भाजपा के नेताओ द्वारा धरना देना महज एक नोटंकी मात्र है ,भाजपा द्वारा अपने घरों में धरना देकर सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज करवाना यह इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस सरकार द्वारा निरंतर जन हितैशी कार्यो को समय पूर्व करने के कारण भाजपा के नेताओ को नही पच रहां है, भाजपा अपना खोता हुआ जनाधार को बचाने धरना दे रही है यह धरना भाजपा का महज नौटंकी है, विधान सभा चुनाव दरम्यान जो वायदा जनहित से जुड़े किये थे वह आधे से अधिक पूरे हो गए है,वैकल्पिक अर्थब्यवस्था होने के उपरांत 5 वर्षो के भीतर शराब बंदी सहित कांग्रेस जन घोसणा पत्र के 36 के 36 वादे यशस्वी मुख्यमंत्री भुपेश बघेल एवम कांग्रेस की सरकार पूर्ण करेंगी, भाजपा 2014 में पूर्ण शराब बंदी सहित किसानों को बोनस देने के लिए घोसणा पत्र में वादा कर मुकर गई इसलिए जनता ने भाजपा को पूरी तरह नकार दिया है।किसानों की सरकार किसानों को सहयोग दे रही है।भाजपा बार बार शराब बंदी कि मांग इसलिए उठाती है कि पहले से कमजोर छत्तीसगढ़ की अर्थ व्यवस्था और कमजोर हो जाए , फिर उसके बाद प्रदेश के विकास के मुद्दे पे सरकार को घेरने मनसा रखती है जिसमे भाजपा कभी सफल नही होंगे। कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेन्द्र बंजारे ने आगे कहा कि भाजपा को जब शराब बंदी करनी थी, तो नोट बंदी कर दी ! जब टैक्स कम करके व्यापारियों को राहत देनी थी तो GST लगा दी !जब AIIMS और यूनिवर्सिटी बनानी थी तो 3000 करोड़ की मूर्ति बनवा दी! जब 2 करोड़ नौकरियां हर साल देनी थी तो सबको चौकीदार बना दिया !जब बेरोज़गारी हटानी थी तो पकौड़ों की रेहड़ी लगाने की सलाह दे दी !जब भाईचारा बढ़ाना था तो सारे देश में हिंदू मुस्लिम में नफ़रत फैला दी !बाढ़ रोकने के लिए बांध बनाने थे तो पूरे देश में अपनी पार्टी का मुख्यालय और कार्यालय बनवा दिये !वायु मार्ग से जवानों को सुरक्षित भेजना था तो सड़क मार्ग से भेज कर 40 जवान शहीद करवा दिए !जब कोरोना वायरस से बचाव के लिए रणनीति बनानी थी, तब ट्रंप की आरती उतारी जा रही थी !जब मास्क बनवाने थे तब ग़रीबी छुपाने के लिए दीवार बनवाई जा रही थी । जब वेंटीलेटर ख़रीदने थे तो विधायकों को ख़रीदा जा रहा था। जब विदेशियों को रोकना था तब मध्य प्रदेश में सरकार बनाई जा रही थी ! जब डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए उपकरण मुहैया कराने थे तो ताली थाली पीटवाई जा रही थी। लॉक डाउन करने से पहले तैयारी करनी थी तो अपने भक्तों की संख्या चैक की जा रही थी। जब डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षा मुहैया करानी है लोगों को चेतावनी देनी है तो दिया,मोमबत्ती जलाने की सलाह दी जा रही थी।