रूपेश वर्मा/ भाटापारा – प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय भाटापारा के तत्वाधान में द्वादश ज्योतिर्लिंग की झांकी एवं महाशिवरात्रि रहस्य विषय संदर्भित कार्यक्रम में अतिथि श्री नरेश चौबे, हर गोपाल शर्मा जी एवं मंजू बहन ने उपस्थित होकर अपने कर कमलों से द्वीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।उद्बोधन की कड़ी में सर्वप्रथम अपने उद्गार व्यक्त करते हुए परम पिता परमात्मा का यथार्थ परिचय देते हुए बताया कि वे अपना परिचय स्वयं आकर देते हैं इसलिए स्वयंभू, खुदा भी कहते हैं। उनके पहचान की कसौटी वास्तव में वे सर्व धर्म मान्य हो, सर्वोच्च हो, सर्वदा,सर्वोपरे, सर्वज्ञ उसे पॉइंट ऑफ लाइट ज्योतिर्लिंग के रूप में याद किया जाता है। साथ ही सर्व धर्मों के द्वारा अलग-अलग रूपों में याद किया जाता है वास्तव में उनका मूल रूप शिव है जो पतितो को पावन बनाने का कार्य करते हैं इसी यादगार में महाशिवरात्रि मनाया जाता है। अंधेरा का रहस्य मनुष्य आत्माओं में आंतरिक मूल्यों की कमी को बताया साथ ही आगे कहा कि तीन चीजों को- आलस्य, अलबेलापन,बहानेबाजी जो हमारे संकल्प,स्वास,समय नष्ट करते हैं उसे त्यागने के लिए कहा आगे बताया कि ज्ञान-योग को अपनाकर जीवन को सार्थक बना सकते हैं। आज तन के साथ साथ मन कि स्वच्छता को अनिवार्य बताया विचार,बोल,कर्म को ठीक करते हुए तीन नातो में परम पिता, परम शिक्षक, परम सद्गुरु के घनिष्ठ संबंधों से याद करें तो अतींद्रिय सुख की अनुभूति होगी। तत्पश्चात मेडिटेशन राजयोग के माध्यम से सभा में श्रद्धालु जनों को जो अपार संख्या में उपस्थित थे विशेष रूप से सुख शांति की दिव्य अनुभूति कराई गई। भ्राता हर गोपाल शर्मा श्याम मित्र मंडल के संरक्षक ने विशेष अनुभव करते हुए शिव महिमा के बारे में विचार व्यक्त कर संस्था के प्रति आभार जताया एवं नरेश चौबे नवजागरण समिति के सदस्य ने अपने विचार व्यक्त करते हुए आध्यात्मिकता को अपनाने पर बल देते हुए शांति अनुभूति को अनिवार्य बताया एवं कार्यक्रम की विशेष प्रशंसा व्यक्त की तत्पश्चात अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही अंत में प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ जिसमें अतिथियों के स्वागत प्रभा बहन ने एवं कार्यक्रम का सफल संचालन सुनीता बहन ने किया।