रायपुर, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री अमरजीत भगत ने आज अम्बिकापुर के बिशुनपुर स्थित प्रवासी श्रमिकों के राहत शिविर तथा गंगापुर स्थित क्वारेंटाईन सेन्टर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सेन्टर में आने वाले श्रमिकों के लिए सभी जरूरी व्यवस्था के निर्देश दिए। श्री भगत ने गंगापुर के क्वारेंटाइन सेन्टर नवीन प्रीमैट्रिक कन्या छात्रावास एवं पिछड़ा वर्ग कन्या छात्रावास में 14 दिन की क्वारेंटाईन में रह रहे अम्बिकापुर जनपद के श्रमिकों का हाल-चाल पूछा तथा समय पर एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध होने के संबंध में भी पूछ-ताछ की। श्रमिकों ने बताया कि यहां प्रशासन द्वारा अच्छी व्यवस्था की गई है। समय पर भोजन मिल जाता है।
गौरतलब है कि 6 अप्रैल को गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले से प्रशिक्षण सह सेल्समैन के कार्य करने वाले जिले के 64 श्रमिकों को वापस लाया गया है और उन्हंे पिक-अप प्वाइंट मेें मेडिकल जांच के बाद संबंधित जनपदों के क्वारेंटाईन सेन्टर में रखा गया है। श्री भगत ने बिशुनपुर स्थित प्रवासी श्रमिक पिक-अप प्वाइंट में व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए आने वाले श्रमिकों के मेडिकल टेस्ट, सुरक्षा व्यवस्था, कूलर की व्यवस्था तथा बैरीकैटिंग आदि की व्यवस्था करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं ।उन्होंने ट्रेन से आने वाले श्रमिकों को विश्रामपुर रेल्वे स्टेशन से बिशुनपुर लाने के लिए वाहन एवं सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था रखने के साथ ही जिले के जितने भी श्रमिक आ रहे हैं उनका मेडिकल टेस्ट के दौरान फिजिकल डिस्टेंस का पालन सुनिश्चित करने कहा है।
अधिकारियों ने बताया कि 11 मई को ट्रेन से सरगुजा जिले के करीब 26 प्रवासी श्रमिक विश्रामपुर स्टेशन पहुंचेगे। इन श्रमिकों को पिक-अप प्वाइंट तक लाने के लिए वाहन तथा सुरक्षा व्यवस्था हेतु नोडल अधिकारी तथा सहायक कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। बिशुनपुर पिक-अप प्वाइंट में प्रवासी श्रमिकों के मेडिकल जांच के लिए 12 टीमे तैनात कर दी गई है।