राहत के हुनर से कई चेहरों की मुस्कान बनी कोरोना वारियर्स की जिंदादिली

रायपुर । जिला कलेक्टर डाॅ. एस भारतीदासन के निर्देशन पर संचालित ‘डोनेशन आॅन व्हील्स’ कार्यक्रम से जुड़कर सहयोग प्रदान करने वाली सभी समाज सेवी व स्वयं सेवी संस्थाओं और शहरवासियों की मदद से हर जरूरतमंद तक सहायता पहुंचाई जा रही है। जिला प्रशासन के इस पूरे मिशन पर तन्मयता के साथ जुटा 15 युवाओं का ग्रुप आभास फाउंडेशन अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। इस ग्रुप के दिन की शुरूआत नगर निगम के सभी आठों जोन के ढाई हजार सफाई कर्मियों को नाश्ता कराने से होती है। दिन का सूरज उगते ही यह ग्रुप अपने मिशन मोड़ पर आ जाता है, ग्रुप के सदस्य नाश्ता वितरण कार्य केे बाद शहर की काॅलोनियों व आवासीय परिसरों पर दौड़ रहीं ‘डोनेशन आॅन व्हील्स’ की गाड़ियों पर अर्थदान व अन्नदान के संकलन में जुट जाते हैं। दिनभर के संकलन के बाद शाम को वापस आकर सभी गाड़ियों के वालंटियर्स दिनभर के संकलन की संपूर्ण जानकारी जिला प्रशासन को प्रदान कर वापस घर लौटते हैं। इतना ही नहीं दिनभर की इस कड़ी मेहनत के बीच जरूरतमंदों की मदद में जुटा यह ग्रुप जिला प्रशासन के आपातकालीन खान-पान केंद्र में भी अपना सहयोग प्रदान करता है। ग्रुप के कुछ सदस्य हर दिन लगभग 150 पैकेट पका हुआ भोजन सुबह-शाम दोनो समय आपातकालीन खान-पान केंद्र को उपलब्ध कराता है।

सेवा के मुरीद हुए जरूरतमंद

जिला प्रशासन के मार्गदर्शन पर आपातकालीन खान-पान केंद्र में जुटा खालसा रिलीफ फाउंडेशन के दो वालंटियर्स सुखहील शर्मा और रोहित नागवानी के मैनेजमेंट के मुरीद गोगांववासी जमकर तरीफ कर रहे हैं। प्रतिदिन लगभग 2 हजार, 22 सौ लोगों के बीच खाना बांट रहे इन दोनो युवाओं का मैनेजमेंट जबरदस्त है। कोरोना संक्रमण के बीच जारी सभी गाईडलाइन का पालन करते हुए ये युवा जिस तरह से जरूरतमंद लोगों को मैनेज करते हैं, लोग इनके मैनेजमेंट की खुद ही तरीफ करना शुरू कर दिए हैं। ये दोनो युवा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए सभी सदस्यों के बीच सुबह-शाम दोनो समय पके हुए भोजन का पैकेट बांट रहे हैं। खालसा रिलीफ फाउंडेशन के सीनियर मेंबर हरविंदर सिंह बताते है कि गोगांव एक बड़ी आबादी वाला क्षे़त्र है, यहां खाना बांटते समय सबसे बड़ा चैलेंज लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना था, लेकिन हमारे इन दोनो वालंटियर्स ने जबरदस्त मैनेजमेंट तैयार किया और स्थानीय लोगों की मदद से ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खाना पैकेट वितरित करने की व्यवस्था बनाई है। वहीं सड्डू क्षेत्र में खाना पैकेट बांट रहे साहिल डेम्बानी ने भी कुछ ऐसा ही माॅडल तैयार किया है।

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