बस्तर में सभी तरफ फैले शिक्षा का उजियारा: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
प्रदेश में खुलेंगे 10 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श कॉलेज
अंग्रेजी माध्यम में हायर सेकेण्डरी उत्तीर्ण विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम कॉलेज में प्राप्त करेंगे शिक्षा
एनआईटी रायपुर में चयनित कांकेर की 3 छात्राओं तथा सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में चयनित 1 छात्रा को आगे की पढ़ाई के लिए मिली आर्थिक सहायता
कांकेर जिले के बेरोजगारी भत्ता योजना के 112 हितग्राहियोें को मिली नौकरी
रायपुर, 13 जुलाई 2023/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज कांकेर में प्रदेश के प्रथम स्वामी आत्मानंद अंगेज़ी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का वर्चुअल लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अंग्रेजी माध्यम से जो बच्चे हायर सेकेण्डरी स्कूलों से पढ़कर निकलेंगे, वे स्वामी आत्मानंद अंगेज़ी माध्यम आदर्श महाविद्यालयों में आगे भी इसी माध्यम से पढ़ाई जारी रख सकेंगे। प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम के 10 स्वामी आत्मानंद आदर्श महाविद्यालय खोले जा रहे हैं। इन्हीं में से पहले स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का लोकार्पण आज कांकेर में हुआ।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि मुझे खुशी है कि आज प्रदेश के प्रथम स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का शुभारंभ कांकेर में हो रहा है। हमारा प्रयास है कि बस्तर में शिक्षा का उजियारा सभी तरफ फैले। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि रायपुर एनआईटी और सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में चयनित कांकेर की छात्राएं गरीब परिवारों की हैं। बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है, आवश्यकता उन्हें अवसर प्रदान करने की है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कांकेर जिले में आयोजित इस कार्यक्रम में कांकेर जिले में स्कूली बच्चों के लिए संचालित ‘हमर लक्ष्य‘ कार्यक्रम अंतर्गत एनआईटी रायपुर में चयनित तीन छात्राओं तथा सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में चयनित एक छात्रा से बातचीत की और उन्हें सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। गरीब परिवारों की इन छात्राओं को राज्य शासन द्वारा आगे की पढ़ाई के लिए सहायता राशि प्रदान की जा रही है। ‘हमर लक्ष्य‘ कार्यक्रम के तहत कांकेर जिले के 75 बच्चों ने जेईई में क्वालीफाई किया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कांकेर जिले में बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले हितग्राहियों जिन्हें नौकरी मिली है, उनके साथ तथा कांकेर के अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के छात्रों से संवाद किया।
वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान कांकेर में संसदीय सचिव एवं विधायक कांकेर श्री शिशुपाल सोरी, विधायक अंतागढ़ श्री अनूप नाग, विधायक भानुप्रतापपुर श्रीमती सावित्री मंडावी, अध्यक्ष नगर पालिका श्रीमती सरोज ठाकुर, कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार के विद्यार्थी को भी अंग्रेजी माध्यम में उत्कृष्ट शिक्षा दिलाने के लिए वर्ष 2020 में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय की शुरुआत की गई। यह योजना प्रदेश में काफी लोकप्रिय हुई। भेंट मुलाकात के दौरान प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्वामी आत्मानंद विद्यालयों की मांग की जाती थी, जिसके आधार पर अनेक स्कूलों की शुरूआत हुई। प्रदेश में आज स्वामी आत्मानन्द योजना के अंतर्गत अंग्रेजी माध्यम के 377 और हिंदी माध्यम के 350 स्कूल संचालित हो रहे हैं। बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत अब तक तीन किश्तों में 01 लाख 17 हजार हितग्राहियों को 80 करोड़ रूपए की राशि दी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलांे में पिछले साढ़े चार सालों में 26 हजार 989 शिक्षकों की भर्तियां निकाली गई हैं। पहले 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्तियां निकाली गई थी, इनमें से 10 हजार 834 शिक्षकों को स्कूलों में नियुक्तियां दी जा चुकी है। हाल ही में 12 हजार 489 शिक्षकों की और भर्तियां निकाली है, जोकि प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ काम किया गया है। बस्तर संभाग के 314 बंद स्कूलों को पुनः खोला गया। बेरोजगार युवाओं को नियमित रूप से बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। राज्य सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों से बस्तर में विश्वास, विकास और सुरक्षा का वातावरण बना है। संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना से बच्चे उत्साहित हैं। बस्तर अंचल के बच्चे भी स्मार्ट हों और उन्हें बड़े पदों पर सेवा का अवसर मिले। कलेक्टर कांकेर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि बेरोजगारी भत्ता योजना के जिन हितग्राहियों को हैदराबाद में प्लेसमेंट मिला है, उन्हें 13 से 15 हजार रूपए प्रतिमाह आय होगी। इस योजना के जिले के 112 हितग्राहियों को अब तक नौकरी मिल चुकी है।