फाइल फोटो क्रेडिट बाय गूगल
रायपुर, कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम के लिए चल रहे लॉकडाउन के बीच सभी सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए जशपुर जिले में बड़े पैमाने पर मनरेगा कार्यों का संचालन किया जा रहा है। जिससे ग्रामीण लोगों की आजीविका और रोजगार की चिंता दूर हो गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार सभी गांवों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत हितग्राही मूलक व सामुदायिक कार्यों को कराया जा रहा है।
मनरेगा के तहत हितग्राहीमूलक कार्यों को प्राथमिकता दिया रहा हैं। 02 मई 2020 की स्थिति में 3 हजार 996 कार्यों में 80 हजार 519 श्रमिक कार्यरत हैं। हितग्राही मूलक कार्यों में कुआं, निजी डबरी, मुर्गी शेड, बकरी शेड, पशु शेड, भूमि सुधार, अंजोला टैंक, वर्मी कम्पोस्ट पिट, नाडेप टंकी आदि कार्य कराए जा रहे हैं। इन कार्यों के साथ ही जल संवर्धन और संरक्षण के कार्यों में सामुदायिक तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, लघु सिंचाई तालाब, गली प्लग, गेबियन संरचना, लूज बोल्डर चेक डेम, कण्टूर ट्रेंच के अतिरिक्त गौठान एवं चारागाह आदि निर्माण के कार्य शामिल हैं।
जिले में पर्याप्त मात्रा में कार्य की स्वीकृति प्रदान की गई है, ताकि श्रमिकों को जरूरत के मुताबिक कार्य उपलब्ध कराया जा सके। स्थानीय स्तर पर कार्य के दौरान मास्क पहनने और सैनिटाइजर का उपयोग करने के लिए सचिवों और रोजगार सहायकों को निर्देशित किया गया है। जिला पंचायत जशपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि जिला में लॉकडाउन के दौरान मनरेगा कार्यों का संचालन सामाजिक दूरी का पालन करते हुए कार्यस्थल पर मास्क व सेनिटाईजर का उपयोग करते हुए कार्य किया जा रहा है। हितग्राही मूलक कार्यों को प्राथमिकता देते हुए जल संरक्षण व जल संवर्धन तथा सामुदायिक कार्यों को भी कराया जा रहा है। आगामी बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए 30 मई 2020 तक सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।