रायपुर: आरटीआई एक्टिविस्ट संजीव अग्रवाल ने मौजूदा स्थिति में कोविड-19 वायरस के प्रकोप के बीच छत्तीसगढ़ राज्य में भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों के छत्तीसगढ़िया जनता के प्रति उनके आचरण और भेदभाव को देखते हुए तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के सभी 9 लोकसभा व 2 राज्यसभा सांसद छत्तीसगढ़ की लोगों के अमन-चैन और उनके हितों की रक्षा को लेकर पूरी तरह से बेपरवाह और लापरवाह प्रतीत होते हैं क्योंकि इस महामारी के दौर में भी वे अपनी घटिया और निम्न स्तर की राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
संजीव अग्रवाल ने कहा कि एक तरफ जब इस लड़ाई से लड़ने के लिए एक छोटा बच्चा भी अपने गुल्लक के पैसों को छत्तीसगढ़ राज्य सरकार आपदा कोष में दान दे रहा है वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ की जनता के वोटों के द्वारा चुने गए भारतीय जनता पार्टी के सांसद अपनी सांसद निधि का पैसा पीएम केयर फंड में दान दे रहे हैं। क्या यह उचित है? अरे उन्हें तो अपने लोकसभा क्षेत्र और अपने छत्तीसगढ़ की जनता के हितों के लिए उस धनराशि का इस्तेमाल करना है लेकिन इसके बजाय उन्होंने वह राशि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खाते में जमा करा दी जिसका कोई लेखा-जोखा ही नहीं है।
आगे संजीव अग्रवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के यह सांसद केवल बड़ी-बड़ी बातें कर राज्य सरकार को काम करने से रोकने के लिए अड़ंगा डालते हैं और मीडिया का आकर्षण पाने के लिए ऊटपटांग बयान देते हैं, लेकिन प्रदेश की जनता के लिए कुछ नहीं करते हैं। क्या इन्हें प्रधानमंत्री से कह कर छत्तीसगढ़ के जो प्रवासी मजदूर देश के कोने कोने में फंसे हैं उन्हें ट्रेन के माध्यम से वापस छत्तीसगढ़ लाने का प्रयास नहीं करना चाहिए, जैसा की तेलंगाना से झारखंड के लिए एक ट्रेन आज ही रवाना हुई है। लेकिन नहीं! उन्हें केवल और केवल चाटुकारिता ही करनी है ताकि मोदी जी के सामने अपना नंबर बढ़ा पाएं। शर्म आती है ऐसे जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों पर जो कि लॉकडाउन जैसे आपातकाल के समय भी घटिया राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं।