रायपुर, कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण छत्तीसगढ़ के लखनऊ में फंसे 11 श्रमिकों के लिए सूचना मिलते ही संबंधित राज्य के अधिकारियों से त्वरित समन्वय कर तत्कालिक व्यवस्था के रूप में राशन सामग्री की व्यवस्था कराई गई है। वर्तमान में सभी श्रमिक सुरक्षित है तथा छत्तीसगढ़ श्रम विभाग के अधिकारियों द्वारा श्रमिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, राशन, रहने-खाने आदि के संबंध में सतत निगरानी रखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के श्रमिक लॉकडाउन के कारण जानकीपुरम इंजीनियरिंग कॉलेज, यशोदा गर्ल्स हॉस्टल के पीछे, सेक्टर 8 जानकीपुरम लखनऊ (उत्तरप्रदेश) में फंसे हुए हैं। श्रमिकों का यह परिवार रोजी-रोटी के लिए लखनऊ गया हुआ था। श्रमिकों द्वारा राज्य शासन के हेल्पलाईन नंबर तथा अन्य संपर्क सूत्रों के माध्यम से सूचना दी गई थी कि उन्हें खाने-पीने की समस्या हो रही थी।
श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया के निर्देशन पर लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ से बाहर देश के अन्य राज्यों में फंसे राज्य के श्रमिकों को भोजन, राशन, रहने-खाने तथा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। श्रम विभाग के सचिव एवं नोडल अधिकारी श्री सोनमणी बोरा के मार्गदर्शन में अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों के संबंध में विभिन्न माध्यमों एवं संपर्क सूत्रों से जानकारी प्राप्त होने पर उनके लिए तत्काल भोजन, राशन, रहने-खाने आदि की व्यवस्था की गई।
अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ में फंसे 11 श्रमिकों को तत्कालिक व्यवस्था के रूप मंे राशन सामग्री श्रम कार्यालय लखनऊ के माध्यम से प्रदान की गई है। इनमें श्रमिकों के मुखिया सर्वश्री संतोष यादव, बलदाऊ यादव, रोहित कुमार, गोवर्धन साहू, रमेश साहू और दुर्गेश साहू को राशन प्रदान किया गया।