रायपुर, 30 अप्रैल 2020/ नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए राज्य के जिलों में संचालित सभी आंगनबाडी केंद्र को बंद किया गया है। बंद होने के कारण आंगनबाडी केंद्र के बच्चे अभिभावकों के साथ अपने घर मे ही समय बिता रहे है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सार्थक पहल पर आंगनबाडी केंद्र के बच्चों में प्यार, दुलार, स्नेह और अपनापन जगाने के लिए डिजिटल प्लान की शुरूआत की गई है। इस अभियान की शुरूआत यूनिसेफ के सहयोग से किया गया है।
मुंगेली जिले की महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि आंगनबाडी केंद्र के बच्चों के लिए यूनिसेफ के सहयोग से शुरू की गई डिजिटल प्लान का संपूर्ण कार्यक्रम डिजिटल मोड पर आधारित है। वर्तमान मे सजग अभियान के माध्यम से बच्चो एवं अभिभावकों को प्रेरित कर बच्चों के अपनापन, स्नेह, दुलार सहृदयता जगाया जा रहा है। ताकि बच्चों की दुनिया अभिभावकों मे समाहित हो सके। इस सजग अभियान के तहत बच्चों को वॉल पेंटिग, अनौपचारिक शिक्षा और राज्य शासन द्वारा तैयार की गई फिल्म दिखाई जा रही है। आंगनबाडी कार्यकताओं द्वारा बच्चों एवं अभिभावको को सोशल डिस्टेंश का पालन करने और सेनेटाईजन का उपयोग करते हुए बार-बार हाथ धोने तथा मास्क लगाने की जानकारी दी जा रही है। ऐसे अभिभावक जिनके पास एन्ड्राइड फोन नही हैं, उन्हे गृह भेंट के दौरान मोबाईल के माध्यम से बच्चो के सामने विभिन्न गतिविधियो का प्रदर्शन किया जा रहा है। राज्य शासन के निर्देशानुसार हितग्राहियों महिलाओं और पंजीकृत बच्चों को आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा सूखा राशन प्रदान किया जा रहा है।