महात्मा गांधी नरेगा में पंजीकृत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्षित मानव दिवस पूर्ण,


49 लाख मानव दिवस का लक्ष्य पूरा कर पांचों जनपदों ने सृजित किया 57 लाख मानव दिवस

कोरिया/एमसीबी दिनांक 27/03/23 
– अविभाजित कोरिया जिले के पांच जनपद पंचायतों ने महात्मा गांधी नरेगा के अकुशल श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य एक सप्ताह पहले पूरा कर लिया है। जनपदों की इस उपलब्धि पर कोरिया जिले के कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह और एमसीबी जिले के कलेक्टर श्री पी एस ध्रुव ने पूरी मनरेगा टीम को लक्षित मानव दिवस समय से पहले पूरा करने पर अपनी शुभकामनाएं और बधाई दी है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत प्राप्त इस उपलब्धि के संबंध में जानकारी देते हुए जिला पंचायत कोरिया की मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्रीमती नम्रता जैन ने बताया कि राज्य द्वारा वित्तीय वर्ष 2022 – 23 के लिए अविभाजित कोरिया जिले को 49 लाख 79 हजार मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य प्रदान किया गया है। यह लक्ष्य पांच जनपद पंचायतों को उनके पंजीकृत अकुशल श्रमिकों के आधार पर समेकित रूप से निर्धारित किया गया था जिले 31 मार्च तक पूरा करना था। लेकिन पूरी टीम ने बेहतर कार्य करते हुए तय लक्ष्य को समय से पहले ही पूरा कर लिया है और अब तक कोरिया एवं एमसीबी जिले के जनपद पंचायतों में लक्ष्य से 16 प्रतिशत ज्यादा मानव दिवस का सृजन किया जा चुका है। जिले में प्रतिदिन औसतन 45 हजार अकुशल श्रमिक रोजगार मूलक कार्यों में नियोजित किए जा रहे हैं इससे उम्मीद है कि आने वाले 31 मार्च तक 60 लाख मानव दिवस का सृजन करने में सफलता प्राप्त होगी। जिला पंचायत सीइओ ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में अब तक 17 हजार से ज्यादा परिवारों को 100 दिवस का निष्चित रोजगार भी प्राप्त हो चुका है और अभी अंतिम सप्ताह का एमआईएस होना है इसलिए यह आंकड़े और बढ़ने की उम्मीद है।
    जिला पंचायत सीइओ श्रीमती जैन ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि कोरिया एवं एमसीबी जिले के कुल पांच जनपद पंचायतों को 49 लाख 79 हजार मानव दिवस का लक्ष्य प्राप्त हुआ था उसमें कोरिया जिले के जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर को 8 लाख 49 हजार मानव दिवस निर्धारित था। इसी तरह सोनहत जनपद पंचायत को 6 लाख 34 हजार, एमसीबी जिले के खड़गवां को 15 लाख 46 हजार, मनेन्द्रगढ़ जनपद पंचायत को 8 लाख 59 हजार, तथा भरतपुर जनपद पंचायत को 10 लाख 88 हजार मानव दिवस का अकुषल श्रम सृजित करना था। इस लक्ष्य के विरूद्ध जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर ने 107 प्रतिषत ज्यादा करते हुए 9 लाख 15 हजार मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया है। उसी तरह सोनहत ने सर्वाधिक 136 प्रतिषत मानव दिवस का सृजन करते हुए अब तक 8 लाख 68 हजार मानव दिवस का रोजगार श्रमिकों को प्रदान कर दिया है। एमसीबी जिले के जनपद पंचायत खड़गंवा ने अपने निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध 104 प्रतिषत मानव दिवस का सृजन कर अब तक 16 लाख 7 हजार से ज्यादा मानव दिवस का सृजन कर दिया है। साथ ही मनेन्द्रगढ़ ने लक्ष्य से अधिक 128 प्रतिषत यानी 11 लाख से ज्यादा मानव दिवस का सृजन कर लिया है। भरतपुर जनपद पंचायत ने लक्ष्य के विरूद्ध 117 प्रतिषत ज्यादा मानव दिवस का सृजन करते हुए अब तक 12 लाख 80 हजार मानव दिवस का श्रम अकुषल श्रमिको को प्रदान कर दिया है। उन्होने आगे बताया कि अभी पांच जनपद पंचायतों के सभी ग्राम पंचायतों में कुल 1667 कार्य प्रगतिरत हैं जिनमें औसतन 45 हजार श्रमिक प्रतिदिन अकुषल श्रम कर रहे है। इससे उम्मीद है कि लक्ष्य के लिए निर्धारित 31 मार्च अंत तक समेकित रूप से यह आंकड़ा 60 लाख मानव दिवस हो जाएगा।

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