रायपुर, राज्य शासन की महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी योजना के अंतर्गत बिलासपुर जिले के मस्तूरी विकासखंड के ग्राम रिस्दा में 18 किसानों द्वारा 65 एकड़ में ग्रीष्मकालीन मूंग की बोनी की गई है। मूंग की लहलहाती फसलों को देखकर किसान बेहतर उत्पादन के लिए गदगद हैं।
ग्राम रिस्दा में मूंग की फसल वर्तमान में 15 दिन से अधिक हो चुकी है। किसानों को समय-समय पर कृषि विभाग के मैदानी अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा समसामयिक सलाह एवं मार्गदर्शन दिया जा रहा है। साथ ही कृषि विभाग के कर्मचारियों द्वारा खेतों में जाकर फसलों का अवलोकन भी किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी कार्यक्रम के अंतर्गत प्रथम चरण में चयनित 97 गौठानों के ग्रामों में जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न लाभदायी फसलों के उत्पादन के लिये विशेष जोर दिया गया है। वहीं पशुओं के खुला छोड़ने पर प्रतिबंध लगने से किसान निश्चिंत होकर खेती कर रहे हैं। अब उन्हें अपने फसलों का पशुओं से हानि होने का कोई डर नहीं है।
गौठानों में चारा विकास के साथ ही गेहूं, चना, मटर, अलसी, राई सरसों आदि फसलों के बोनी हेतु कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। वर्ष 2019-20 के रबी सीजन में चयनित गौठानों के ग्रामों में विभागीय योजनाओं के तहत एक हजार 291 हेक्टेयर में रबी फसलों की बोनी की गई। वहीं सामान्य किसानों को लगभग 2 हजार क्विंटल बीज वितरण किया गया। विगत वर्ष 5500 हेक्टेयर में रबी बोनी की गई थी, जो वर्ष 2019-20 में लगभग 3 हजार हेक्टेयर बढ़ गयी। वर्तमान में 8450 हेक्टेयर में बोनी की गई है।