वनोपजों के संग्रहण से वनवासी-ग्रामीणों के लिए बढ़े रोजगार के अवसर: वन मंत्री मोहम्मद अकबर


अब तक 1.32 लाख संग्राहकों द्वारा लगभग 73 हजार क्विंटल वनोपजों का संग्रहण


रायपुर, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कहा है कि कोरोना लॉकडाउन के कारण संकट की इस घड़ी में सरकार द्वारा लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और नगद भुगतान की प्रक्रिया से वनांचल के वनवासी-ग्रामीणों को काफी राहत मिल रही है। साथ ही वनोपजों के संग्राहकों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ गए हैं। 
प्रदेश में चालू सीजन के दौरान अब तक एक लाख 32 हजार 272 संग्राहकों द्वारा लगभग 21 करोड़ रूपए की राशि के 72 हजार 727 क्विंटल वनोपजों का संग्रहण हो चुका है। इनमें लक्ष्य के मुताबिक सबसे अधिक संग्रहण वाले 5 वनमण्डलों में नारायणपुर, दंतेवाड़ा, केशकाल, दक्षिण कोण्डागांव तथा बालोद वनमण्डल शामिल है। अब तक नारायणपुर वनमण्डल में लक्ष्य का 43 प्रतिशत अर्थात् 3 करोड़ 36 लाख रूपए के 10 हजार 995 क्विंटल, दंतेवाड़ा में 26 प्रतिशत अर्थात् 3 करोड़ 10 लाख के 10 हजार 68 क्विंटल तथा केशकाल में लक्ष्य का 20 प्रतिशत अर्थात् एक करोड़ 94 लाख रूपए के 6 हजार 571 क्विंटल वनोपजों का संग्रहण हो चुका है। इसके अलावा वनमण्डल दक्षिण कोण्डागांव में लक्ष्य का 20 प्रतिशत अर्थात् 3 करोड़ 37 लाख रूपए की राशि के 11 हजार 203 क्विंटल और वनमण्डल बालोद में लक्ष्य का 18 प्रतिशत अर्थात् 19 लाख रूपए की राशि के 900 क्विंटल वनोपजों का संग्रहण किया गया है। 
इसी तरह राज्य में अब तक संग्रहित वनोपजों से लगभग एक लाख 32 हजार संग्राहक लाभान्वित हुए हैं। इनमें वनमण्डलवार लाभान्वित संग्राहकों में नारायणपुर में 11 हजार 109, दंतेवाड़ा में 22 हजार 496, केशकाल में 8 हजार 489, दक्षिण कोण्डागांव में 13 हजार 721 तथा बालोद में एक हजार 294 शामिल है। वनमण्डलवार जगदलपुर में 12 हजार 345, पूर्व भानुप्रतापपुर में 3 हजार 286, कांकेर में 6 हजार 727, सुकमा में 10 हजार 352, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 4 हजार 68, खैरागढ़ में एक हजार 729, धमतरी में एक हजार 672 तथा बीजापुर में 10 हजार 551 संग्राहक लाभान्वित हुए हैं। वनमण्डलवार कवर्धा में 552, रायगढ़ में 980, कोरबा में 7 हजार 32, राजनांदगांव में एक हजार 824 तथा गरियाबंद में एक हजार 776 संग्राहकों द्वारा वनोपजों का संग्रहण किया गया है। 
वनमण्डलवार बिलासपुर में 969, बलौदाबाजार में 707, कटघोरा में 949, सूरजपुर में 3 हजार 175, कोरिया में 515, मरवाही में एक हजार 63, तथा सरगुजा में 509 संग्राहक लाभान्वित हुए हैं। इसके अलावा वनमण्डलवार जशपुर में एक हजार 176, महासमुंद में 188, बलरामपुर में एक हजार 956, धरमजयगढ़ में 617 और मनेन्द्रगढ़ में 445 संग्राहकों द्वारा वनोपजों का संग्रहण किया गया है। राज्य में चालू वर्ष में न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत संग्रहित लघु वनोपजों में इमली (बीज सहित), पुवाड़ (चरोटा), महुआ फूल (सूखा), बहेड़ा, हर्रा, कालमेघ, धवई फूल (सूखा), नागरमोथा, इमली फूल, करंज बीज तथा शहद शामिल हैं। इसके अलावा बेल गुदा, आंवला (बीज रहित), रंगीनी लाख, कुसुमी लाख, फुल झाडु, चिरौंजी गुठली, कुल्लू गोंद, महुआ बीज, कौंच बीज, जामुन बीज (सूखा), बायबडिंग, तथा साल बीज शामिल हैं। 

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