रायपुर। पक्षी एवं वन्य जीव संरक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत बीएनएचएस के पूर्व निदेशक, प्रसिद्ध शोधकर्ता डॉ. असद रहमानी जी ने बताया की पक्षी एवं वन्य जीव संरक्षण ज़मीनी स्तर पर कार्य करने से इनके पारंपरिक रहवास,भोजन की उपलब्धता,शिकार में रोक,संरक्षण के प्रति जागरूकता वास्तव रूप से इनके संरक्षण की योजनाओं का क्रियान्वयन करने से युवाओं को इस और प्रेरित करना जनमानस का सहयोग विषय की गंभीरता एवं इसके महत्व को समझना बहुत जरूरी है जलीय पक्षी वेट लैंड को उसके मूल रूप से बिना कोई बदलाव किये बचाया जा सकता है
इसी तरह इनके रहवास हेतु बड़े बड़े मैदान,पेड़,भोजन जो इनकी मूल जरूरत है पर ध्यान देने से इनकी संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है ताकि यह पीढ़ी दर पीढ़ी आने वाली जनरेशन तक विलुप्त नहीं होंगी इस अवसर पर छत्तीसगढ़ वाइल्ड लाइफ सोसायटी के अध्यक्ष श्री अरुण भरोस, वाइल्ड लाइफ बोर्ड के सदस्य श्री मोहित साहू,पर्यावरण प्रेमी दीपेन्द्र दीवान उपस्थित थे l