झारखंड हाईकोर्ट ने बलपूर्वक गिरफ्तारी पर रोक लगाया है, ब्रम्हानंद को खुद सरेंडर कराये भाजपा
रायपुर/05 दिसंबर 2022। भानुप्रतापपुर के भाजपा प्रत्याशी बलात्कारी ब्रम्हानंद नेताम की गिरफ्तारी को रोकने भाजपा ने राजनैतिक दल की सारी मर्यादा को तोड़ दिया। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम के ऊपर झारखंड के टेल्को थाना क्षेत्र में प्राथमिकी क्रमांक 84/2019 धारा दिनांक 15.05.2019 धारा 366ए, 376, 376(3), 376डीबी, 120बी भादवि, 4,6 पॉक्सो एक्ट एवं 4,5,6,7,9 सामूहिक बलात्कार, अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है। झारखंड हाईकोर्ट ने उसकी बलपूर्वक गिरफ्तारी पर रोक लगाया है। वह दोषमुक्त नहीं हुआ है उसके ऊपर संगीन अपराध अभी भी है। अब ब्रम्हानंद में नैतिकता हो तो वह खुद झारखंड पुलिस के सामने सरेंडर कर कानून का सम्मान करें, या भाजपा उसको खुद सरेंडर कराये। झारखंड पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने एक सप्ताह से पतासाजी कर रही थी उसको पकड़ने के बाद जिस प्रकार से भाजपा के नेता और कार्यकर्ता बलात्कारी के बचाव में प्रदर्शन करते नजर आये उससे साफ हो गया कि 15 साल की मासूम बच्ची के गुनाहगार को बचाने के लिये पूरी भारतीय जनता पार्टी लगी हुई है। यह भाजपा का महिला विरोधी घृणित चेहरा है। खुद को पार्टी विद डिफरेंस का दावा करने वाली भाजपा का यही असली चेहरा है कि वह एक बलात्कारी को प्रत्याशी बनाकर उसके पक्ष में चुनाव अभियान चलाया। उसकी गिरफ्तारी पर प्रदर्शन कर रहे थे। भाजपा के पास ब्रम्हानंद की गिरफ्तारी पर रोक का हाईकोर्ट का आदेश था तो पुलिस को दिखाना था न कि धरना प्रदर्शन करना। भाजपा ने सरेआम कानून का मखौल उड़ाया है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का आचरण निंदनीय था।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बलात्कारी ब्रम्हानंद की पैरोकारी कर भाजपा अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिये किसी भी स्तर तक गिर सकती है। भाजपा में जरा भी नैतिकता नहीं बची है। ब्रम्हानंद के कुकर्म को नजरअंदाज कर भाजपा ने उसे अपना प्रत्याशी बनाया और उसके खिलाफ दर्ज अपराधों के खुलासे के बाद भी भाजपा उसके समर्थन में खड़ी रही, यह भाजपा के महिला विरोधी चरित्र को सामने लाता है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि असल में भाजपा का चरित्र ही अपराधियों के साथ खड़ा होना और पीड़ित पक्ष को डराना धमकाना है। बेटी बचाओ का नारा लगाने वाली भाजपा बलात्कारियों को बचाने में लगी हुई है। देश में जहां भी भाजपा की सरकारें है वहां बलात्कारी को बचाने वहां के नेता सड़कों पर उतरते है। उन्नाव, कठुआ, हाथरस में भी भाजपा नेता बलात्कारी को बचाने झंडा लेकर सड़कों पर उतरे थे। गुजरात में सजायफ्ता 11 बलात्कारियों को जेल से रिहा किया गया और भाजपा के नेता उस बलात्कारियों का स्वागत कर रहे थे उनको मिठाई खिला रहे थे। रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब उनके ओएसडी ओपी गुप्ता पर नाबालिग से रेप का आरोप लगा 4 साल तक पीड़िता का एफआईआर दर्ज नहीं हुआ था। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन, कुलदीप सेंगर, पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर लगे बलात्कार के आरोप में भाजपा उन्हें बचाने में लगी रही।