रायपुर, नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन के दौरान आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित सभी आश्रम, छात्रावास वर्तमान में बंद हैं । बालोद जिले में संचालित आश्रम, छात्रावासों में बनाए गए मुख्यमंत्री पोषण वाटिका में प्रतिदिन उत्पादित होने वाले साग-सब्जी जैसे केला, बैगन, लौकी, भिण्डी, बरबट्टी, कटहल, टमाटर, कद्दू, गंवारफल्ली, मुनगा, जरी, गलका, खट्टा भाजी, लाल भाजी, चेंच भाजी, चौलाई भाजी, प्याज भाजी, जरी भाजी, कांदा भाजी, हरी मिर्च, धनिया पत्ती आदि को छात्रावास, आश्रम अधीक्षकों द्वारा संस्था मुख्यालय ग्राम में निवासरत गरीब, निराश्रित, वृद्धजन एवं जरूरतमंदों को सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए निःशुल्क वितरण कर लाभान्वित किया जा रहा है।
आदिवासी विकास विभाग की उपायुक्त श्रीमती माया वारियर ने बताया कि कलेक्टर की विशेष पहल एवं निर्देशानुसार बालोद जिले में फंसे अन्य राज्य जैसे मध्यप्रदेश के सागर जिले के गरीब लोगों को साग सब्जी के साथ चॉवल, दाल, तेल एवं अन्य राशन सामग्रियॉ अधीक्षकों द्वारा निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के डौण्डी विकासखण्ड में विशेषकर दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में निवासरत गरीब वृद्धजन एवं जरूरतमंदों तथा विशेष पिछड़ी जनजाति (कमार जाति) के लोगों को उनके निवास स्थान तक साग सब्जी एवं राशन सामग्रियॉ छात्रावास, आश्रमों के अधीक्षकों द्वारा वितरित किया जा रहा है।