रायपुर/14 नवंबर 2022। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की डूब चुकी नैय्या को बचाने संघ प्रमुख बार-बार छत्तीसगढ़ आते है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का छत्तीसगढ़ दौरा संघ की विध्वंसक और विभाजनकारी एजेंडे को फैलाने का हिस्सा है। आरएसएस समाज के उत्थान की बात करता है लेकिन उसका आचरण समाज के विद्वेष वाला रहता है।
समाज में वर्ग संघर्ष करवाना तथा फूट डालो राज करो आरएसएस भाजपा का प्रमुख एजेंडा है। जहां-जहां भाजपा विपक्ष में रहती है तथा उसके पास जनसरोकारों का अभाव रहता है एवं जनता द्वारा नकार दी जाती है तब भाजपा के राजनैतिक हितों का संवर्धित करने के लिये आरएसएस और उसका पूरा तंत्र जुट जाता है उसका आम आदमी और उसकी समस्याओं से कोई लेना देना नहीं रहता।
आज तक संघ की तरफ से आज तक किसी भी सामाजिक समस्या, जन समस्या, महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी के लिये कभी कोई आवाज नहीं उठाया गया। संघ हमेशा से धार्मिक भेदभाव एवं धार्मिक संकीर्णता के विषय पर दुष्प्रचार कर धार्मिक भेद पैदा करने की रणनीति पर काम करती है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि संघ देश के बहुसंख्यक हिन्दू समाज में असुरक्षा की भावना पैदा कर उनको अल्पसंख्यकों के खिलाफ खड़ा कर अपना हित सीधा करने का काम करती है। आजादी की लड़ाई के दौरान यह लोग कांग्रेस का विरोध करते थे तथा अंग्रेजों का साथ देते थे। आज भी यह कांग्रेस का विरोध इसलिये करते है ताकि भाजपा को सत्ता मिले।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख छत्तीसगढ़ बार-बार इसलिये आ रहे है उन्हे ऐसा लगता है छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की इस समय बहुत ज्यादा बुरी स्थिति में है और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार का मुकाबला नहीं कर पा रही है। इसलिये यहां पर धार्मिक विद्वेष पैदा करने के लिये आरएसएस ने अपने गतिविधियो को बढ़ाया हुआ है और कही न कही धर्मातरण का विषय हो, साम्प्रदायिकता का विषय हो इन सारे मामले को साम्प्रदायिक रूप से हवा देने के आरएसएस साजिश रच रही है। संघ प्रमुख का जो जशपुर दौरा है उसको भी इसी नजरिये से देखा जाना चाहिये कि यहां वे धार्मिक विद्वेष पैदा करने के उद्देश्य से ही उनका छत्तीसगढ़ दौरा हो रहा है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि आरएसएस अखंड भारत को स्वप्न दिखाता है लेकिन वर्तमान भारत की एकता के खिलाफ आचरण करता है वह देश की गंगा जमुनी तहजीब के खिलाफ काम करती है।
आरएसएस आज से नही आजादी के समय देश में विघटन और अंग्रेजो के फूट डालों के एजेन्डे पर काम करती रही है। कांग्रेस जब आजादी की लड़ाई लड़ रही थी तब भी आरएसएस का मूल संगठन मुस्लिम लीग के साथ मिलकर देश की आजादी की लड़ाई के खिलाफ अंग्रेजों की चाटुकारिता है लेकिन उनका तथ्य नही है।