दुर्ग :लाकडाउन-2 के फेस में ग्रामीण क्षेत्रों में अब निर्माण कार्य उफान में आ गए हैं। मानसून पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में आधारिक संरचना तैयार करने एवं विविध क्षेत्रों में मनरेगा के अंतर्गत कार्य से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन हुआ है। अभी 43 हजार 375 श्रमिक मनरेगा के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं। फिलहाल 1121 निर्माण कार्य स्वीकृत हैं इनमें नाला पुनरूत्थान, तालाब गहरीकरण, तालाब निर्माण आदि के जलसंग्रह और वाटर रिचार्ज से संबंधित काम प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के माध्यम से उपयोगी संरचनाएं बनाने एवं रोजगार सृजन के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि अधिकारी नियमित रूप से मनरेगा के कामों की मानिटरिंग करते रहें।
नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत उपयोगी संरचनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में तैयार करनी हैं। ऐसी संरचनाएं बनानी हैं जो ग्रामीणों के लिए स्थायी रूप से उपयोगी हो सकें। जिनके माध्यम से उनकी आय बढ़ाई जा सके। मुख्यमंत्री के निर्देश के पश्चात कलेक्टर श्री अंकित आनंद के मार्गदर्शन में जिला पंचायत द्वारा मनरेगा के कार्य युद्धस्तर पर कराये जा रहे हैं। पाटन क्षेत्र के कुछ प्रमुख कार्यों का निरीक्षण आज जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने भी किया। लाकडाउन के दौरान किया शानदार कार्य, बोरेंदा में रोजगार सहायक को सम्मानित करने पहुंचे सीईओ- लाकडाउन के दौरान अच्छा काम करने वाले ग्राम बोरेंदा के रोजगार सहायक श्री राधेश्याम साहू का सम्मान सीईओ ने किया। उन्होंने शानदार बाड़ी बनाई। सीईओ इससे काफी प्रसन्न हुए। उन्होंने कहा कि इसी तरह का बेहतर काम होने से हर गांव सब्जी के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा। अपने निरीक्षण में सीईओ सबसे पहले ग्राम बोरेंदा पहुंचे। वहां क्रेडा द्वारा खारून नदी के एनीकट में सोलर पंप स्थापित किया जा रहा है इसमें 100 एचपी क्षमता का सोलर पंप लगाया जा रहा है। इसके माध्यम से 217 किसान लाभान्वित होंगे। इसके माध्यम से 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में निर्मित ताराबंध तालाब को भरा जाएगा।
बोरेंदा की बाड़ी खट्ठा, पटवा भाजी से गुलजार- बोरेंदा में ही उन्होंने बाड़ी और चारागाह का निरीक्षण भी किया। सीईओ ने यहां कार्य में लगे लोगों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अच्छी बाड़ी लगा देने से अतिरिक्त आय का एक बहुत अच्छा जरिया बन जाता है। चारागाह में नैपियर जैसी घास उगाने से पशुधन संवर्धन का अच्छा मौका मिलता है। इस तरह इतनी वैविध्य सब्जी लगाई है यह निश्चय ही पोषण के लिए उपयोगी होगी। जानकी स्वसहायता समूह की अध्यक्ष धानाबाई, सदस्य अनिता, सुनीता ने बताया कि खट्ठा भाजी, पट्टा भाजी आदि भी हो रही है। हमें बहुत संतोष है कि हमारा श्रम आज खेतों में लहलहा रहा है।
भनसुली में गोदी निर्माण के लिए सीईओ ने भी उठाई कुदाल- ग्राम भनसुली में सीईओ ने नाला जीर्णोद्धार एवं गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया। इसके लिए उन्होंने वहां खुद भी कुदाल उठाई और गोदी में कार्य किया। वहां उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण रोकना है तो सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन बेहद जरूरी है। ग्राम पंचायत भन्सुली में मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत कार्य नाला पूर्णोद्धार एवं गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया गया एवं कार्यस्थल का निरीक्षण कर चेक डेम/स्टॉप डेम का प्राक्कलन तैयार करने हेतु उपअभियंता को निर्देशित किया गया। मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत कार्य कच्ची नाली निर्माण का निरीक्षण किया गया।
केशरा में ईंट भट्ठे में फंसे मजदूरों से मिले, रवेली में राजस्थान के मजूदरों से लिया हाल- ग्राम पंचायत केशरा में मनरेगा स्वीकृत कार्य नाला पूर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया। ग्राम पंचायत केशरा में ईंट भट्टी में बाहर से फसे हुए मजदूर से चर्चा की। ग्राम पंचायत केशरा में ग्रामीण उद्यानिकी हेतु स्थल निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कार्य की प्रशंसा करते हुए कार्य की प्रगति पर संतुष्टि प्रकट की। चारागाह स्थल पर नाडेप टैंक निर्माण एवं शेड हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत तेलीगुंडरा में मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत नाला पूर्णोद्धार एवं गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया गया एवं उचित तकनीकी मार्गदर्शन हेतु तकनीकी सहायक को निर्देशित किया।बैंक सखी के माध्यम से मनरेगा पेंशन इत्यादि के भुगतान का निरीक्षण किया गया। ग्राम पंचायत रवेली में राजस्थान से आये घुमंतू प्रजाति के मजदूरों से के दौरान उनके जीवन यापन पर चर्चा किया गया ।