रायपुर, 25 सितम्बर 2022 : ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को सहज-सरल तरीके से शिक्षा देने प्रारंभिक भाषा शिक्षण ‘मोरा आखर‘ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान 5 जुलाई 2022 को किया था।
यह कार्यक्रम यूनिसेफ और रूम-टू-रीड संस्था के सहयोग से चलाया जा रहे हैं। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में कलेक्टर के विशेष प्रयासों से 299 स्कूलों में पुस्तकालय स्थापित किया गया है। कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए 21 से 24 सितम्बर तक चार दिवसीय मास्टर ट्रेनर की कार्यशाला आयोजित की गई है।
मास्टर ट्रेनर्स कार्यशाला अलग-अलग तिथियों मे डाइट पेण्ड्रा और परियोजना प्रशासक कार्यालय गौरेला में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में यूनिसेफ द्वारा तकनीकी सहयोग दिया जा रहा है। कार्यशाला में यूनिसेफ एवं रुम-टू-रीड संस्था के शिक्षा विशेषज्ञ द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स गौरेला एवं पेण्ड्रा के प्राथमिक शाला के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगें। कार्यशाला में जिला एवं विकासखंड के अधिकारी भी उपस्थित रहे।