मोदी सरकार की पेट्रोल-डीजल में 50 प्रतिशत मुनाफाखोरी से देश परेशान – घनश्याम तिवारी
रायपुर() वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम घटने के बाद भी मोदी महंगाई से देश की जनता को राहत क्यो नही.? छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि,मोदी सरकार पिछले आठ वर्षों में पेट्रोलियम पदार्थ, पेट्रोल, डीजल, घरेलू गैस के बढ़ते दाम पर वैश्विक बढ़ोतरी को कारण बताती रही है और रातो रात दाम बढ़ाकर किसान,छोटे व्यापारी,गृहणियों तथा हर वर्गो को कर्ज तले डुबोया है, मगर आज पिछले सात माह में सबसे निचले स्तर पर कच्चे तेल का दाम है तो जनता को राहत क्यो नही..?
कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा मोदी सरकार की मुनाफाखोरी नीतियों से देश में महंगाई चरम पर है। 8 सितंबर 2022 की डाटा अनुसार भारत औसतन 88 डॉलर प्रति बैरल की दर से क्रूड ऑयल आयात कर रहा है..बीते जून में 116. 01 डॉलर था जुलाई में कीमतें गिरकर 105.49 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई अगस्त में औसत 97.40 डॉलर रहा है। कुल मिलाकर 116 डॉलर से 88 डॉलर मतलब 28 डॉलर प्रति बैरल दाम घटे है मगर जनता को राहत शून्य ही रहा है। देश की जीडीपी बढ़ नहीं रही और पेट्रोल तथा डीजल के दाम विश्व बाजार में घटने के बावजूद कम नहीं हो रहे हैं। घरेलू गैस के दाम विश्व बाजार में 7 माह के न्यूनतम स्तर पर है। यदि डीजल 100 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है तो इसमें से 50 रुपए सीधे सरकार को जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले सात माह में कच्चे तेल की कीमत निम्नतम स्तर पर है और महंगाई दर छह प्रतिशत से ज्यादा बनी हुई है तो इस अवधि में तेल के दाम में आई कमी का लाभ सरकार को खजाना भरने के लिए नहीं बल्कि मोदी सरकार को 50 प्रतिशत की मुनाफाखोरी छोड़ इसका लाभ महंगाई के बोझ तले दबी देश की जनता को देना चाहिए।