रांची : झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्ववाली सरकार का पहा बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है. इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार नजर आ रहे है. इतन ही नहीं झारखंड के संसदीय इतिहास में यह पहला मौका होगा जब विधानसभा की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष की सीट खाली रहेगी। क्योकि विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी की सीट कानूनी डाव पेंच में पड़ गई है.
झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के सिंबल पर चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे बाबूलाल मरांडी ने भाजपा का दमन थाम लिया है. वही झाविमो के दो विधायकों प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की है. इसके चलते गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने स्पष्ट कहा कि यह तकनीकी मामला है और सभी कानूनी पहलुओं का अध्ययन कर वे फैसला लेंगे।
गुरुवार को बजट सत्र की व्यवस्था को लेकर स्पीकर द्वारा बुलाई गई तमाम दलों के नेताओं की बैठक से भाजपा नदारद रही। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर तंज कसा और कहा भाजपा खुद को विपक्ष में मान कहां रही है। सत्ता चली गई है, लेकिन इनका भ्रम नहीं टूटा है। उन्होंने कहा कि सरकार बेहतर माहौल में विधानसभा के बजट सत्र का संचालन करना चाहती है। सभी दलों से आग्रह होगा कि स्वस्थ परंपरा बनाए रखें।