प्रदेश सरकार भ्रम फैलाने और छत्तीसगढ़ के सांसदों को बदनाम करने से बाज आए : सांसद सोनी
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद सुनील सोनी ने कहा है कि प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेता कोरोना संक्रमण की चिंता करने के बजाय केवल पैसों का ही रोना रो रहे हैं। श्री सोनी ने कहा कि दिन-रात केंद्र सरकार से राशि देने की रट लगाते कांग्रेस नेताओं व मुख्यमंत्री बघेल को पहले प्रदेश को यह बताना चाहिए कि कोरोना के खिलाफ जारी जंग में उसका योगदान क्या है?
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद श्री सोनी ने कहा कि सांसद निधि के पैसों को लेकर बिना वजह जब-तब अपना दुखड़ा रोती प्रदेश सरकार को यह पता होना चाहिए कि देशभर के सभी सांसदों ने एकमत होकर सांसद निधि की राशि और अपने वेतन व भत्ते की 30 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार के फंड में देने का निश्चय व्यक्त किया है। जब सभी सांसदों का यह निर्णय है तो फिर प्रदेश के कांग्रेस नेता व मुख्यमंत्री छत्तीसगढ के सांसदों पर आक्षेप करके मिथ्या प्रलाप क्यों कर रहे हैं? इस राशि को केंद्र सरकार कोरोना संक्रमण के खात्मे के अपने अभियान में खर्च करने के साथ-साथ सभी राज्य सरकारों को भी उसका हिस्सा देगी। श्री सोनी ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने सांसद निधि की राशि का हिस्सा राज्यों को देने की बात कही है तो मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस नेता क्या यह मानते हैं कि छत्तीसगढ़ देश का हिस्सा नहीं है या छत्तीसगढ़ देश के संकट में उसके साथ नहीं है? फिर बार-बार बात-बेबात सांसद निधि और अन्य मदों की राशि की रट लगाना प्रदेश सरकार को क्या शोभा देता है? प्रदेश सरकार अब यह स्पष्ट करें कि मुख्यमंत्री सहायता कोष में संगृहीत राशि का इस वैश्विक संकट से निपटने में कितना इस्तेमाल हुआ है? सरकार विधायक निधि की जमा राशि का भी पूरा ब्यौरा दे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में से 55.62 करोड़, एसईसीएल से 21 करोड़, और केंद्र सरकार के आपदा प्रबंधन कोष से 60 करोड़ रुपए मिलने के बाद भी केंद्र सरकार को कोसने में लगे मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस नेता अपनी मानसिक व राजनीतिक दरिद्रता का ही परिचय दे रहे हैं।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद श्री सोनी ने इस बात पर बेहद दुःख जताया कि जो प्रदेश सरकार एक होटल में रुके कोरोना-योद्धा एम्स के डॉक्टर्स व अन्य सेवाभावी अफसर-कर्मियों को रातो-रात होटल से निकलवा दे, उस सरकार को अपने इस शर्मनाक आचरण के बाद ऐसे ओछे बयान देने का कोई नैतिक अधिकार ही नहीं रहता। श्री सोनी ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने मद से एक धेला तक इस महामारी के खात्मे के लिए खर्च नहीं कर रही है, संभागीय स्तर पर प्रदेश सरकार एक लैब और अस्पताल तक नहीं बनवा सकी है, वह सरकार केंद्र सरकार पर असहयोग का आरोप लगाकर अपने ओछे राजनीतिक चरित्र का प्रदर्शन कर रही है। केंद्र सरकार के सहयोग से एम्स में कोरोना-संक्रमितों का समुचित इलाज हो रहा है। केंद्र सरकार ने विशेष विमान से मेडिकल किट्स भिजवाए, केंद्र कोरोना प्रभावितों को हर संभव सहायता पहुंचा रही है और प्रदेश सरकार की नीयत सिर्फ पैसों में गड़ी हुई है। श्री सोनी ने कहा कि प्रदेश सरकार सांसद निधि की राशि को लेकर बेवजह भ्रम फैलाने और छत्तीसगढ़ के सांसदों को बदनाम करने से बाज आकर कोरोना संक्रमण के खिलाफ ईमानदारी से काम करने पर ध्यान दे।