निरोगी रहने के लिए कम से कम आधा से एक घंटा करें योग
रायपुर 20 जून 2022, “योग से मिलती है निरोगी काया” को चरितार्थ कर रहे हैं, गीतांजलि नगर रायपुर के रहने वाले सूद दंपत्ति। एक एक्सीडेंट होने की वजह से दंपत्ति का आत्मबल खत्म सा हो गया था। कई चिकित्सकों से इलाज करवाया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ और पैर की पीड़ा बढ़ती ही गई । ऐसे में श्रीमती सूद की ननद ने योग की सलाह दी जिससे पैर की समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिला।
श्रीमती पवन सूद बताती हैं: ‘’वर्ष 2004 के शुरुआती दिनों में उनका एक्सीडेंट हो गया था । एक्सीडेंट उपरांत चिकित्सकों से इलाज करवाया लेकिन कोई लाभ नहीं मिला श्रीमती सूद का कहना है कि घुटने की तकलीफ इतनी बढ़ गई कि पैर जमीन पर भी नहीं रखा जाता था । इलाज से कोई लाभ नहीं हो रहा था । ऐसे में उनकी ननद ने योग करने की सलाह दी तो मैंने टीवी पर प्रसारित होने वाले योग कार्यक्रम देखकर योग करना शुरू किया। फिर हरिद्वार जाकर 2004 में ही योग गुरु रामदेव बाबा के आश्रम में रहकर हम दोनों ने योग सीखा। अब हम निशुल्क लोगों को योग सिखा रहे हैं। वह कहती है निरोगी रहने के लिए कम से कम लोगों को आधा से एक घंटा योग करना चाहिए । ‘’
जहाँ चाह वहाँ रहा
सूद दंपत्ति का कहना है: ‘’राज्य के लगभग 1,000 से अधिक गांवों और लगभग जिले के सभी स्कूलों, शासकीय कार्यालयों और कई प्राइवेट सेक्टर में जाकर लोगों को योग सिखाया है। वर्तमान में हमारे द्वारा सिखाए गए योग को अब हमारे सहयोगी लोग भी सिखा रहे हैं । योग ने ना सिर्फ हमको ही निरोगी काया दी है बल्कि हमारे साथ नियमित रूप से योग कर रहे लोगों को भी लाभ मिला है।‘’
कोविड काल में भी नहीं रुका कारवां
सूद दंपत्ति बताते है: ‘’जब कोविड-19 का संक्रमण काल शुरू हुआ तब भी हम लोगों ने मास्क और शारीरिक दूरी के साथ योग किया। नियमित योग करने से मनः स्थिति भी सही रही और शारीरिक स्थिति भी सही रही । उस दौरान किसी भी व्यक्ति को किसी भी तरह से कोई दिक्कत नहीं आई । कोई व्यक्ति भी बीमार नहीं हुआ । नियमित योगयुक्त जीवन चर्या और संयम जीवन जीने से शरीर ऊर्जावान रहा और रोग से लड़ने की क्षमता विकसित हुई । योग से शारीरिक और मानसिक रूप से लाभ मिला।“
बीते 18 वर्षों से नहीं पड़े हैं बीमार
सूद दंपत्ति का कहना है: “नियमित रूप से योग करने से बीते 18 वर्षों में किसी भी प्रकार की कोई रोग नहीं हुआ और कोई दवाई नहीं चल रही है । रक्तचाप (बीपी), मधुमेह (शुगर) और थायराइड जैसी कोई भी समस्या नहीं है ।“
कई लोगों को मिला लाभ
सूद दंपत्ति बताते हैं: “छोटी मोटी बीमारियां कमजोरी थकान मानसिक तनाव योग से आसानी से दूर किया जा सकता है । ऐसे कई उदाहरण है जिसमें लोगों की मनः स्थिति काफी खराब थी । लेकिन योग करने से उनके अंदर एक नई ऊर्जा आई है और कई ऐसे योग और आसन है जिनके माध्यम से लोग अपनी मनः स्थिति पर नियंत्रण कर सकते है हास्य योग भी अपने आप को खुश रखने और मनः स्थिति को बेहतर बनाने का योग है ।“
योग पर विशेषज्ञों की राय
दौड़ भाग की दिनचर्या में लोग बेहतर स्वास्थ्य के प्रति उतने सजग नहीं हैं। जितना होना चाहिए । जिसके कारण लोग अनजाने में कई तरह की बीमारियां की चपेट में आ रहे हैं। इसमें एक बड़ी संख्या युवाओं और बच्चों की भी है । अगर हम अपनी दैनिक दिनचर्या में थोड़ा सा बदलाव कर योग को शामिल कर लें तो हम काफ़ी हद तक इस तरह की तमाम शारीरिक बीमारियों को दूर रह सकते है। योग और प्राणायाम मानसिक समस्याओं में भी राहत देता है। मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम और गैर संचारी रोग क्लिनिक ( एनसीडी क्लिनिक) के माध्यम से भी लोगों को योग, प्राणायाम और जुंबा करने के लिए प्रेरित किया जाता है।“