विवेकानन्द विद्यापीठ कोटा रायपुर में योग प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

रायपुर :दिनांक 15.06.2022 बुधवार को विवेकानंद प्रकर्ष संस्थान विवेकानन्द विद्यापीठ कोटा रायपुर में आज एक दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में ज्ञानेश शर्मा अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ योग आयोग, रायपुर एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मत् स्वामी सेवाव्रतानन्द जी, सचिव, रामकृष्ण मिशन, बिलासपुर ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में विवेकानन्द मानव प्रकर्ष संस्थान के निदेशक शिक्षाविद डॉ.ओमप्रकाश वर्मा जी उपस्थित रहे। उद्घाटन सत्र में प्रारंभिक उद्बोधन, विवेकानन्द मानव प्रकर्ष संस्थान के निदेशक डॉ.ओमप्रकाश वर्मा जी द्वारा दिया गया।

डॉ. वर्मा ने योग की उत्पत्ति के संबंध में बताया कि योग अत्यंत प्राचीन है तथा सृृष्टि के प्रारंभ से ही प्रचारित है। उन्होंने कहा कि मद् भगवत गीता में कृष्ण जी ने योग की महत्ता बताया है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ज्ञानेश शर्मा जी ने कहा कि आज के इस भौतिकवादी युग में व्यक्ति ने जितनी तेजी से विकास किया है,उतने ही रफ्तार से स्वास्थ्य के क्षेत्र में निराशाजनक गिरावट देखने को मिला है,इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को नियमित योगाभ्यास की जरूरत है।

योग को आत्मसात किये बगैर स्वस्थ और खुशहाल जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने योग की महत्ता का वर्णन करते हुए कहा कि योग ऐसी कला या विधि है जो शरीर एवं मन को जोड़ के रखती है, जिससे शरीर व आत्मा का मिलन होता है। प्रतिदिन योग करने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है, जो व्यक्ति को शारीरिक-मानसिक रूप से स्वस्थ रखकर विभिन्न व्याधियों एवं आधियों से लड़ने में मदद करता है।’’ आधुनिक चिकित्सा जगत ने भी योग के प्रभावों का समर्थन किया है।

उन्होंने इस योग-प्रशिक्षण-कार्यक्रम के आयोजन के लिए विवेकानन्द विद्यापीठ का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि यह शिक्षण संस्थान शुद्ध सेवा भाव से छत्तीसगढ़ में निरंतर कार्य कर रहा है, जिससे सुदूर वनांचन क्षेत्रों से आए हुए बच्चों का बौद्धिक एवं चारित्रिक विकास हो रहा है। उन्होंने भविष्य में ऐसे और प्रशिक्षण कार्यशाला की जरूरत पर भी बल दिया, जिससे की आम जन-समुदाय में योग का प्रचार-प्रसार व्यापक रूप से हो सके।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मत् स्वामी सेवाव्रतानन्द जी ने स्वामी विवेकानन्द जी द्वारा बताये गये राजयोग पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम का संचालन विभिन्न तीन सत्रों में किया गया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में छत्तीसगढ़ योग आयोग की मुख्य योग प्रशिक्षिका मती ज्योति साहू ने प्रतिभागियों के समक्ष विभिन्न समूहों के आसन जैसे – ध्यान एवं वज्रासन, संतुलन आदि के आसन करके अभ्यास कराया तथा उन आसनों को करने की विधि और उनके प्रभावों का भी वर्णन किया। द्वितीय सत्र में रविशंकर साहू जी (सहायक प्राध्यापक, विवेकानन्द इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन एक्सिलेंस, विवेकानन्द विद्यापीठ, रायपुर) ने सूर्यभेदन, भ्रामरी, भस्त्रिका, शीतली प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति का अभ्यास प्रशिक्षार्थियों को कराया।

तृतीय सत्र में डॉ. केवल राम चक्रधारी (विभागाध्यक्ष, योग विभाग, रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय, रायपुर) जी ने सभी उपस्थित प्रतिभागियों से ध्यान का अभ्यास कराया तथा ध्यान की विधि और उसकी महत्त्वता का भी वर्णन विस्तार से किया। कार्यक्रम में डॉ. समीर ठाकुर, डॉ. राजेश दुबे, वीरेन्द्र वर्मा, एच. डी. प्रसाद, मनोज यादव, रविकांत कुम्भकार, प्रभारी अधिकारी छ. ग. योग आयोग सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए 210 प्रतिभागियो ने योग प्रशिक्षण कार्यशाला में भागीदारी दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *