बालकोनगर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) द्वारा जैव ईधन के साथ थर्मल पावर उत्पादन के लिए अपने ईंधन मिश्रण को पर्यावरण के अनुकूल बनाने हेतु प्रतिदिन 40-50 टन जैव ईधन का उपयोग किया जा रहा है। इससे जीवाश्म ईंधन पर अपनी निर्भरता को कम करने एवं जैव ईधन खपत की मात्रा को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
जैव ईधन कृषि अवशेषों से बनाए जाते हैं। सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के साथ ही किसानों के कृषि-अपशिष्ट को खरीद कर बालको उनकी आय बढ़ाने में भी योगदान दे रहा है। इससे बालको के ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में सालाना 0.43 मिलियन टन कार्बन डाई आक्साइड के बराबर की गिरावट होगी, जो वेदांता एल्यूमिनियम के वर्ष 2050 तक शून्य कार्बन के लक्ष्य की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगा।
इस दिशा में ध्यान केंद्रित करते हुए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि शून्य कार्बन की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाते हुए बालको छत्तीसगढ़ और भारत के सतत विकास में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए विभिन्न पहल कर रहे हैं। ऐसे माध्यमों से हम आने वाली पीढ़ी के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने के बड़े टारगेट को हासिल करने का लक्ष्य रखते हैं और हम समर्पित रूप से पर्यावरण, सामाजिक तथा शासन (ईएसजी) के विभिन्न आयामों से एक हरित कल के निर्माण के लिए कटिबद्ध हैं।
बालको को जैव ईधन की आपूर्ति करने वाली कंपनी भूमि एग्रो प्रोड्यूस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक श्री पुलकित सक्सेना ने बालको के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मैं बालको और उसकी टीम के सदस्यों के कोयले की खपत कम करने और जैव ईधन का उपयोग करने के इस सराहनीय कदम की प्रशंसा करता हूँ। ऐसे ग्रीन एनर्जी के उपयोग से पर्यावरण के साथ-साथ कृषि-अपशिष्ट मूल्य श्रृंखला पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जिसमें छोटे और सीमांत किसान शामिल हैं। बालको जैसे जिम्मेदार संगठन की ये पहल दूसरे संगठनों के लिए एक मिसाल बनेगी। हमें इस पर्यावरण अनुकूल पहल में बालको के भागीदार होने पर गर्व है।
अपने ईएसजी लक्ष्यों की दिशा में काम करते हुए बालको ने हाल ही में विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (व्हीएनआईटी), नागपुर के साथ समझौता (एमओयू) किया था जिसके अंतर्गत बालको और आसपास के क्षेत्रों में होने वाले सड़क निर्माण कार्यों में व्हीएनआईटी द्वारा विकसित ग्रीन कॉन्क्रीट के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाना शामिल है। फ्लाई ऐश का 100 फिसदी उपयोग के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु बालको द्वारा सीमेंट उत्पादक कंपनी को रैक के माध्यम से फ्लाई ऐश की आपूर्ति की जा रही है। बालको की वर्तमान दक्षता वैश्विक बेंचमार्क के अनुसार है और देश के एल्यूमिनियम उद्योगों में बालको की विशिष्ट ऊर्जा की खपत सबसे कम है।
वर्ष 2021 में सर्वश्रेष्ठ ऊर्जा प्रबंधन की दिशा में बालको की उपलब्धियों में परफॉर्म अचीव एंड ट्रेड (पीएटी) साइकल-II उर्जा बचत प्रमाण पत्र तथा बिजली संयंत्रों में सर्वोत्तम ऊर्जा प्रबंधन और संरक्षण के क्षेत्र में सीआईआई एनकॉन अवॉर्ड 2021 शामिल हुए। सीआईआई ऊर्जा संरक्षण (एनकॉन) 2021 के 14वें संस्करण में बालको को 1200 मेगावाट बिजली संयंत्र के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विजेता का पुरस्कार मिला। इस साल वर्ल्ड सीएसआर कांग्रेस द्वारा बालको को बेस्ट ग्रीन बिजनेस अवॉर्ड और बेस्ट ग्रीन एक्सीलेंस अवॉर्ड प्राप्त हुआ।