रायपुर/26 अप्रैल 2022। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्वाचन क्षेत्र पाटन में धरना देने की धमकी देने की बजाय रमन सिंह के निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव में जिला प्रशासन की अनुमति लेकर डेढ़ साल के धरने पर बैठ जाएं क्योंकि खैरागढ़ में नकारे जा चुके रमन सिंह का अगले साल अपने निर्वाचन क्षेत्र से बोरिया बिस्तर उठना तय है। भाजपा के पास यदि कोई उपयुक्त मुद्दा है तो वह पूरे प्रदेश में नियम कायदे से धरने पर बैठ जाये। कांग्रेस विपक्ष की विरोध व्यक्त करने की भावना का पूरा सम्मान करेगी। लेकिन भाजपा के पास अशांति फैलाने, उपद्रव कराने के अलावा और कोई विचार ही नहीं है। प्रदेश में लोकहित के सभी काम कांग्रेस की संवेदनशील भूपेश बघेल सरकार करा चुकी है। मुद्दाविहीन भाजपा यदि छत्तीसगढ़ में अराजकता फैलाने की आजादी चाहती है तो कानून के राज में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की छूट किसी को नहीं मिल सकती। भाजपा को कानून व्यवस्था बिगाड़ने का जुनून या फितूर सवार है तो कानून बिना किसी भेदभाव के अपना काम करेगा।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ने कहा कि भाजपा जनता के हित में कोई विषय सामने रखने की स्थिति में नहीं है। बल्कि वह साढ़े तीन साल से विपक्ष में रहते हुए जनता का सामना करने की हैसियत भी नहीं बना सकी। विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने जनता के हित की योजनाओं का विरोध करने और उनमें अड़ंगा लगाने, केंद्र सरकार के जरिये छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव कराने के अलावा कुछ नहीं किया। भाजपा को छत्तीसगढ़ के हित में रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए थी। केंद्र में अटके छत्तीसगढ़ के पैसे दिलाकर विकास में भागीदारी करनी चाहिए थी। गरीबों के मकान में सहयोग करना चाहिए था। छत्तीसगढ़ के विकास में उसके सांसदों को साथ देना चाहिए था। क्या भाजपा ने यह किया है? सपने में भी नहीं।