रायपुर 28.03.2022 राज्यसभा सांसद श्रीमती फूलोदेव नेताम ने आज संसद भवन में विशेष उल्लेख नियम के तहत छत्तीसगढ के बस्तर संभाग में केन्द्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय खोलने की मांग की। श्रीमती नेताम ने कहा कि बस्तर संभाग आदिवासी बहुल क्षेत्र है जहां पर आदिवासी समुदायों की विभिन्न सभ्यता, संस्कृति, भाषा, रहन-सहन, खान-पान के साथ-साथ चिकित्सा हेतु विभिन्न जडी-बूटियों से बनी दवाओं आदि का समावेश देखने को मिलता है। आदिवासियों छात्रों को इन सभी का ज्ञान भी आवश्यक होता है और अन्य छात्रों को भी इनकी जानकारी होनी चाहिए।
श्रीमती नेताम ने कहा कि बस्तर संभाग में केन्द्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय की आवश्यकता है। वर्तमान में जगदलपुर में शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय संचालित है जिसे भी केन्द्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय में प्रोन्नत किया जा सकता है।
श्रीमती नेताम ने अनुरोध करते हुए कहा कि छत्तीसगढ के बस्तर संभाग में केन्द्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय खोला जाए अथवा जगदलपुर स्थित शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय को केन्द्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए जिससे हमारे आदिवासी बच्चों को आदिवासी सभ्यता, संस्कृति, भाषा, रहन-सहन, खान-पान, चिकित्सा ज्ञान का अध्ययन कराया जा सके।